रांची में मुठभेड़, पीएलएफआई एरिया कमांडर कुंवर सहित छह उग्रवादी गिरफ्तार

Smart News Team, Last updated: Tue, 8th Jun 2021, 12:00 AM IST
  • एनकाउंटर में पीएलएफआई का एरिया कमांडर कुंवर उरांव उर्फ जयदीप उर्फ जैना समेत आधा दर्जन उग्रवादी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. बताया जा रहा है कि एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई उग्रवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए खरसीदाग में जुटे हैं.
पुलिस ने PLFI एरिया कमांडर कुंवर सहित 6 उग्रवादियों को गिरफ्तार कर लिया. (प्रतिकात्मक फोटो)

रांची- सोमवार को खरसीदाग ओपी क्षेत्र के बायोडायवर्सिटी पार्क के पीछे पुलिस और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस एनकाउंटर में पीएलएफआई का एरिया कमांडर कुंवर उरांव उर्फ जयदीप उर्फ जैना समेत आधा दर्जन उग्रवादी पुलिस के हत्थे चढ़ गए. बताया जा रहा है कि एसएसपी सुरेंद्र कुमार झा को गुप्त सूचना मिली थी कि पीएलएफआई उग्रवादी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए खरसीदाग में जुटे हैं.

एसएसपी के निर्देश पर ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने स्पेशल टीम का गठन किया. टीम ने नामकुम थाना क्षेत्र के भुसूर स्थित बायोडायवर्सिटी पार्क के पीछे एक अर्धनिर्मित मकान को घेरा. इसकी जानकारी मिलते ही एरिया कमांडर कुंवर अपने साथियों के साथ भागने लगा. इस दौरान फायरिंग शुरू हो गई. पुलिस की टीम ने खदेड़कर एरिया कमांडर समेत आधा दर्जन उग्रवादियों को धर दबोचा. इन उग्रवादियों के पास से पुलिस ने हथियार, मोबाइल व कैश भी बरामद किया है. बताया जा रहा है कि एरिया कमांडर अपने साथियों के साथ रंगदारी वसूलने के लिए जुटा था. हालांकि, पुलिस फिलहाल इन उग्रवादियों के गिरफ्तारी की आधिकारिक पुष्टि नहीं कर रही है.

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बता दें कि हाल में दर्जनों कारोबारियों से रंगदारी की मांग की गई थी. इनमें जिन कारोबारियों द्वारा रंगदारी की रकम नहीं देने वाले कारोबारियों के खिलाफ किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बनाई जा रही थी. इसकी गुप्त सूचना एसएसपी को मिलने के बाद खरसीदाग ओपी इलाके के बायोडायवर्सिटी पार्क के पीछे स्थित एक अर्धनिर्मित मकान में छापेमारी की गई. कुंवर उरांव हाल में ही जेल से छूटा है. वह पुनई उरांव के साथ इलाके में सक्रिय रह रहा था. पुनई के एंकाउंटर में मारे जाने के बाद पूरे इलाके में संगठन का विस्तार कर रहा था. संगठन में आर्थिक समस्या उत्पन्न होने की वजह से छोटे-बड़े सभी तरह के कारोबारियों से लेवी की वसूली की जा रही थी.

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