लालू यादव के रिम्स दरबार पर पहरा, जेल मैनुअल से मिलेंगे लोग, मजिस्ट्रेट तैनात

Naveen Kumar, Last updated: Mon, 21st Feb 2022, 5:25 PM IST
  • रिम्स रांची में लालू प्रसाद यादव पर निगरानी के लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. अब जेल अधीक्षक के आदेश के बिना कोई भी लालू यादव से मुलाकात नहीं कर सकेगा. इसके लिए आदेश जारी किए गए हैं.
फाइल फोटो

रांची. बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाला मामले में सीबीआई कोर्ट ने आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव को 5 साल की सजा सुनाई है. इसके अलावा लालू यादव पर 60 लाख रुपये का जुर्माना भी कोर्ट ने लगाया है. 15 फरवरी को सीबीआई कोर्ट ने डोरंडा कोषागार गबन मामले में लालू प्रसाद यादव समेत 38 लोगों को दोषी करार ठहराया था. इस केस में सजा का ऐलान आज सोमवार को हुआ है. लालू यादव रिम्स रांची के पेइंग वार्ड के जरिये इस सुनवाई से जुड़े हुए थे.

इसी बीच रिम्स में लालू यादव पर निगरानी के लिए मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. लालू से मिलने के लिए लगातार जेल मैन्युअल का उलंघन किया जा रहा था. लेकिन, अब जेल अधीक्षक के आदेश के बिना कोई भी लालू से मुलाकात नहीं कर सकेगा. इसके लिए आदेश जारी किए गए हैं. आपको बता दें कि 17 फरवरी को लालू प्रसाद से मिलने राजद के कई नेता पहुंचे थे, जिससे जेल मैन्युअल का उलंघन हुआ. जिसके बाद प्रशासन अब सख्त हो गया है.

चारा घोटाला: डोरंडा कोषागार मामले में लालू यादव को पांच साल जेल और 60 लाख का जुर्माना

आदेश के मुताबिक, लालू की निगरानी के लिए रिम्स के पेइंग वार्ड के मेन गेट पर तीन मजिस्ट्रेट को तैनात किया गया है. तीनों ही मजिस्ट्रेट तीन अलग-अलग शिफ्ट में काम करेंगे. लालू यादव से मिलने के लिए अनुमति दिखानी होगी. बिना अनुमति के किसी भी व्यक्ति को लालू यादव से मिलने नहीं दिया जाएगा. मिलने के लिए बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा होटवार के अधीक्षक की अनुमति लेनी होगी. गौरतलब है कि चारा घोटाला के आरोपी लालू यादव को स्वास्थ्य संबंधित परेशानी के चलते रिम्स रांची रखा गया है. ऐसे में लालू से मिलने वहां पार्टी के कई नेता पहुंचे थे, जिससे जेल मैन्युअल का उलंघन हुआ. इस पर संज्ञान लेते हुए प्रशासन की ओर से अब लालू पर गिनरानी के लिए मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैं.

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