Indian Railways: रांची से पटना जाने में बचेगा समय, मार्च से इस नए रूट से होकर गुजरेगी ट्रेन
- रांची से पटना सफर करने वालों का समय बचेगा. रामगढ-कोडरमा-हज़ारीबाग-रांची वाया बरकाकाना रेल परियोजना मार्च 2022 तक पूरी हो जाएगी. इस परियोजना से यात्रा 13 घंटे से घट कर 11 घंटे की हो जाएगी. ये रेलवे लाइन कुल चार सुरंगों सहित 46 पुल-पुलिया की मदद से तैयार की जा रही है.

रांची. झारखंड के रांची स्टेशन से पटना स्टेशन तक सफर करने वालों को जल्द ही सहुलियत मिलेगी. रांची से पटना के बीच की दूरी लगभग दो घंटे तक कम हो जाएगी. रामगढ-कोडरमा-हज़ारीबाग-रांची वाया बरकाकाना रेल परियोजना में नवनिर्मित रेल लाइन पर मार्च 2022 से रेल गाड़िया दौड़ने लगेंगी. इस लाइन पर गाड़ियां दौड़ने के बाद यात्रा 13 घंटे की बजाय 11 घंटे में पूरी हो सकेगी.
बता दें रांची-मुरी-बरकाकाना तीन घंटे के बजाए मात्र एक घंटे में पूरा होगा. फिलहाल इस रूट पर कोडरमा से बरकाकाना वाया बरकाकाना के बीच रेल कनेक्टिविटी हो चुकी है जबकि रांची की ओर से टाटीसिलवे से सांकी तक पैसेंजर ट्रेन चल चुकी है.सिर्फ सांकी से सिध्वार के बीच 26.6 किलोमीटर का काम बाकी है.
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चार सुरंगों के बीच से पूरा होगा सफर:
सफर में सुरंगों के साथ खूबसूरत वादियां, हरी भरी प्रकृति से होते हुए गुजरेंगे यात्री. बता दें टनल वन सिधवार 600 मीटर, हेहल 1080 मीटर व बारीडीह 600 मीटर लंबी है. तीन सुरंगों की कुल लंबाई 2280 मीटर जबकि बारीडीह-खपिया के बीच पहाड़ के बार बार भूस्खलन होता है जिसके चलते विशेषज्ञों की राय लेने के बाद 1638 मीटर कट एंड कवर(सीमेंट का सुरंग) सुरंग का निर्माण किया जा रहा है. ऐसे में कुल चार सुरंग का ये मार्ग निर्माण हैं कुल 46 छोटे-बड़े पुल-पुलिया मार्ग पर बने हैं. जिसमें से सफर करना यात्रियों के लिए काफी अनुभवी और नया होगा.
पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा:
जहां सफर में दूरी कम होगी वहीं माना जा रहा है कि पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. बरकाकाना-रांची रेल रूट से जहाँ कोडरमा-हज़ारीबाग-बरकाकाना से राजधानी रांची की दूरी कम हो जायेगी. दूरी कम होने से पर्यटन को भी काफी बढ़ावा मिलेगा. इस रूट को किसानों के फायदे के नजरिए से भी देखा जा रहा है जब इस रूट का संचालन होगा तो किसानों को रांची की बड़ी मंडी आकर अपनी सब्जी व अन्य चीजें बेचने का सुनहरा अवसर मिलेगा. इसी क्रम काम के स्थिति की जानकारी देते हुए धनबाद रेल मंडल के सीनियर डीसीएम अखिलेश पांडेय ने बताया कि मार्च 2020 तक काम पूरा कर लिया जाएगा. तीन सुरंग का काम पूरा हो चुका है. एक का काम तेजी से चल रहा है. काम पूरा होते ही इस पर सफर करने के लिए यात्रियों को हरी झंडी दिखा दी जाएगी.
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