हेमंत सोरेन ने UNICEF कार्यक्रम में कहा-बेटियों की शिक्षा और बेरोजगारी चुनौती

Smart News Team, Last updated: Fri, 13th Nov 2020, 5:50 PM IST
  • कार्यक्रम के दौरान बाल और लड़कियों की पर अपनी संवेदनशीलता व्यक्त की.विद्यार्थी के लिए रोजगार के अवसर और इसकी जरुरत पर बात करते हुए बच्चों की सहायता का आश्वासन दिया. युनिसेफ झारखंड में बाल पत्रकारों के लिए कार्यक्रम चला रहा है जिसमें बाल अधिकारों के बारे में जानकारी के साथ प्रशिक्षण दिया जाता है. 
शिक्षा के साथ बच्चों को हुनरमंद बनाने पर कार्य हो रहा है : सीएम

रांची. मुख्यमंत्री  हेमन्त सोरेन ने बाल पत्रकारों से बातचीत के दौरान लड़कियों की शिक्षा और बाल शिक्षा और शिक्षा के बाद रोजगार के मुद्दे और बाल अधिकारोें पर चर्चा की. कार्यक्रम के दौरान बाल और लड़कियों की पर अपनी संवेदनशीलता व्यक्त की. साथ ही पढ़ाई के बाद किसी विद्यार्थी के लिए रोजगार के अवसर और इसकी जरुरत पर बात करते हुए बच्चों की सहायता का आश्वासन दिया. युनिसेफ झारखंड में बाल पत्रकारों के लिए कार्यक्रम चला रहा है जिसमें बाल अधिकारों के बारे में जानकारी के साथ प्रशिक्षण दिया जाता है. इस कार्यक्रम में यूनिसेफ के झारखण्ड प्रमुख श्री प्रशांता दास, संचार अधिकारी सुश्री आस्था अलंग, बच्चे व अन्य उपस्थित थे.

मुख्यमंत्री हमेंत सरेन ने कहा कि बाल पत्रकारों के सामने काफी चुनौतीयां हैं. इन चुनौती को आसान करने के लिए हमें मिलकर प्रयास करते रहना होगा. लॉकडाउन के दौरान बच्चों के सामने काफी सारी समस्याएं पैदा हुई. सरकार इन समस्याओं के समाधान के लिए लगातार  मंथन कर रही है.  अब शिक्षा का महत्व काफी बढ़ गया है इसलिए हमारा प्रयास है कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से बच्चे आच्छादित हों.  मुख्यमंत्री ने कहा बेटियों की शिक्षा पर कहा कि बेटियों की शिक्षा को लेकर सरकार  काफी संवेदनशील है. अगर परिवार में बेटी शिक्षित होती है तो आने वाली पीढ़ी भी स्वाभाविक रूप से सशक्त होगी. इस दौरान बाल पत्रकारोॆ के  प्रयासों सराहना की.

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बाल अधिकारों पर सीएम सरेन ने कहा कि कई अभिभावक गरीबी के कारण अपने बच्चों को बेच देते हैं जो की काफी दुःखद है. इस पर झारखंड सरकार ने कानून बनाया है. साथ ही बाल विवाह, बाल मजदूरी के गुनाह बताया गया. ये समस्याएं तब तक रहेगी जब तक लोग गरीबी से बाहर नहीं आ जाके. हमारी सरकार इसके लिए भी काम रही है.यूनिसेफ झारखंड में 2009 से बाल पत्रकार कार्यक्रम संचालित कर रहा है. इसमें काम कर रहे बाल पत्रकार पोषण, स्वास्थ्य, बाल विवाह, बाल श्रम, शिक्षा आदि को लेकर समाज में जागरूकता फैला रहे हैं. 

 

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