Jharkhand Corona Virus: 24 घंटे में सामने आए 3825 केस, 8 की मौत

Shubham Bajpai, Last updated: Sat, 8th Jan 2022, 7:38 AM IST
  •   झारखंड में लगातार कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. राज्य में पिछले 23 घंटे में कोविड 19 के 3825 नए मामले सामने आए हैं. साथ ही 8 संक्रमित मरीजों की मौत भी हो गई है. सर्वाधिक मामले राज्य की राजधानी रांची में 1543 सामने आए हैं. राज्य में अब सक्रिय मामलों की संख्या 17206 हो गई है.
Jharkhand Corona Virus: 24 घंटे में सामने आए 3825 केस, 8 की मौत

रांची (भाषा). झारखंड में कोरोना वायरस का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है. कोविड 19 केस में लगातार वृद्धि राज्य की हेमंत सोरेन सरकार के लिए चिंता का सबब बन गई है. राज्य में पिछले 24 घंटे में 3,825 नए मामले आए और आठ मरीजों की मौत दर्ज की गई. वहीं, झारखंड उच्च न्यायालय ने कोविड-19 से निपटने की तैयारियों को लेकर राज्य सरकार को फटकार लगाई.

इस बीच, राज्य सरकार ने सभी जिला उपायुक्तों एवं स्वास्थ्य अधिकारियों को हर स्तर पर सावधानी बरतने एवं कड़ी नजर रखने की हिदायत दी है.

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स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन में बताया गया कि गत 24 घंटे में आए 3,825 नए मामलों में 1,543 मरीज अकेले राजधानी रांची के हैं. जबकि जमशेदपुर 593, बोकारो में 216, धनबाद में 93, पश्चिमी सिंहभूम में 175 और देवघर में 168 नए मामले आए हैं.

विभाग ने बताया कि राज्य में इस समय 17,206 उपचाराधीन मरीज हैं जबकि गत 24 घंटे के दौरान 866 मरीज संक्रमण मुक्त हुए हैं. बुलेटिन के मुताबिक शुक्रवार को जिन आठ मरीजों की मौत हुई है उनमें बोकारो के तीन, रांची और जमशेदपुर के दो-दो, और सरायकेला का एक मरीज शामिल है. इसके साथ ही राज्य में महामारी से जान गंवाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 5,161 हो गई.

इस बीच, राज्य में कोविड के ओमीक्रोन स्वरूप की जांच के लिए अब तक आनुवंशिकी अनुक्रमण मशीन की व्यवस्था नहीं किए जाने पर शुक्रवार को उच्च न्यायालय में मुख्य न्यायाधीश की पीठ ने सरकार और विशेष तौर पर राजेन्द्र आयुर्विग्यान संस्थान (रिम्स) रांची को फटकार लगाई और पूछा कि ऐसी स्थिति क्यों बनी और अब तक यह मशीन राज्य में क्यों नहीं मंगायी जा सकी है?

अदालत ने यह टिप्पणी उपकरणों की कमी को लेकर प्रकाशित खबरों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए की.

इससे पूर्व राज्य ने केन्द्र सरकार को पत्र लिखकर ओमीक्रोन की जांच के लिए राज्य के कोविड के मामलों की जांच एम्स भुवनेश्वर, एनआईबीएम अथवा कल्याणी से करवाने का अनुरोध किया था.

वर्तमान में राज्य के ओमीक्रोन के संदिग्ध मामलों की जांच इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफसाइंस, भुवनेश्वर में होती है जहां से राज्य को 40 से 45 दिनों में रिपोर्ट प्राप्त होती है

राज्य में महामारी के प्रसार के मद्देनजर राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य) अरुण सिंह ने सभी चौबीस जिलों के उपायुक्तों एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को बृहस्पतिवार देर रात पत्र जारी कर अपने-अपने यहां कोरोना की स्थिति पर कड़ी नजर रखने, हर स्तर पर सावधानी बरतने एवं सावधानी की हिदायत दी है. 

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