झारखंड: ऑन-द-स्पॉट पढ़ाई के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में निकाला जाएगा रीडिंग रथ, 100 दिनों का एजुकेशन प्लान तैयार

Haimendra Singh, Last updated: Wed, 12th Jan 2022, 11:19 AM IST
  • कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई के नुकसान को कम करने के लिए झारखंड में एजुकेशन रथ यात्रा निकालने की तैयारी हो रही है. रथ यात्रा के दौरान बच्चों अपने ग्रामीण क्षेत्रों में ही पढ़ाई कर सकते है. शिक्षा विभाग ने इसके लिए 100 दिनों का रीडिंग प्लान तैयार किया है.
बच्चों की पढ़ाई के लिए झारखंड सरकार ने उठाया महत्वपूर्ण कदम.( सांकेतिक फोटो)

रांची. कोरोना काल में स्कूल बंद होने पर बच्चों की पढ़ाई के नुकसान से बचाने के लिए झारखंड सरकार ने नया कदम उठाया है. सोरेन सरकार ने शिक्षा व साक्षरता विभाग की मदद से राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में रथ यात्रा निकालने का फैसला किया है. शिक्षा विभाग के इस रथ पर सभी उम्र के बच्चों के लिए किताबें, बरखा, पंख पत्रिका, एफएलएन की किताबें समेत पुस्तकालय की किताबें भी रहेंगी. इस रथ केंपेन को 100 दिनों तक राज्य के हर जिले में चलाया जाएगा. इससे उन स्कूली बच्चों को फायदा होगा, जो डिजिटल रूप से नहीं जुड़ सके हैं. इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने गाइडलाइन जारी कर दी है.

जेईपीसी की राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि सबसे पहले रीडिंग रथ उन इलाकों में जाएगा, जहां कोविड के कारण बच्चों की पढ़ाई ज्यादा प्रभावित हुई है. जानकारी के अनुसार, रीडिंग रथ इलाकों में दो से तीन घंटे तक रथ रहेगा. इस दौरान इलाके के बच्चे वहां आएंगे और आकर पढ़ सकेंगे. रथ में दो वोलेंटियर या फिर शिक्षक भी जाएंगे.

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कैसा होगा झारखंड का रीडिंग रथ

झारखंड सरकार के फैसले के बाद अब इस बात की चर्चाएं तेज हो गई है कि रीडिंग रथ कैसा रहेगा और इससे छात्रों को कितना फायदा होगा. इस रथ यात्रा में वोलेंटियर या शिक्षकों को कोरोना गाइडलाइन नियमों का पालन करना होगा. रथ के पास जाकर बच्चे अपनी परेशानियों को बता सकते है. शिक्षक बच्चों की परेशानियों को मौके पर हल करने का प्रयास करेंगे. अगर कोई बच्चा बिना मास्क के आता है तो उसे मास्क दिया जाएगा. इस कार्यक्रम की रिपोर्ट केंद्र सरकार को भेजी जाएगी. रीडिंग कैंपेन के लिए हर सप्ताह कैलेंडर भी जारी किया जा रहा है. 10 अप्रैल तक चलने वाले इस कैंपेन में अब बच्चे घरों में रहकर उस कैलेंडर के आधार पर पढ़ सकेंगे.

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