झारखंड सरकार का बड़ा ऐलान, स्थानीय भाषा के 200 शिक्षकों की होगी नियुक्ति

Smart News Team, Last updated: Mon, 23rd Aug 2021, 5:13 PM IST
  • झारखंड के कॉलेजों में स्थानीय भाषा के 200 शिक्षकों की नियुक्ति कॉलेजों में होने वाली है. खुद इस बात की घोषणा सीएम हेमंत सोरेन ने की है. उन्होंने तृतीय और चतुर्थ वर्ग की सरकारी भर्तियों में स्थानीय भाषाओं को अनिवार्य कर दिया है.
झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन. (फाइल फोटो)

रांची. झारखंड मे स्थानीय भाषाओं के 200 शिक्षकों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है. दरअसल मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस बात की घोषणा की है कि स्थानीय भाषाओं के 200 शिक्षकों की नियुक्ति का रास्ता अब साफ हो चुका है. ऐसा तब हुआ जब सरकार की ओर से तृतीय और चतुर्थ वर्ग की सरकारी भर्तियों में स्थानीय भाषाओं को अनिवार्य कर दिया है.

इस पूरे मामले को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा सिर्फ यही उद्देश्य नहीं है कि केवल सरकारी नौकरियां में ही झारखंड की समृद्ध स्थानीय भाषा को प्राथमिकता देना, बल्कि इससे संबंधित पाठ्यक्रम को भी राह देकर सशक्त करना है. अलग-अलग महाविद्यालयों के अंदर संथाली, कुरमाली, मुण्डारी, खोरठा जैसी भाषाओं पर 200 से ज्यादा पदों पर जल्दी ही नियुक्त की जाएगी.

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दरअसल इस वक्त सभी राज्य के अलग-अलग महाविद्यालयों और कॉलेजों में इस वक्त स्थानीय भाषाओं का अध्ययन और अध्यापन कार्य क्षेत्रीय एंव जनजातिय भाषा विभाग के अंदर ही किया जा रहा है. इतना ही नहीं खुद पूर्व राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू की ओर से सभी यूनिवर्सिटी को ये कहा गया है कि अलग-अलग जनजातिय भाषाओं के लिए विभिन्न स्थापित करने का प्रस्ताव दें. इसके चलते कॉलेजों से लेकर विवि तक में अलग-अलग भाषाओं के नए विभाग की स्थापना का प्रस्ताव यूनिवर्सिटी की ओर से झारखंड सरकार के उच्च, तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास को भेजा गया है. इसके अंदर कॉलेजों जनजातिय भाषाओं के नए विभाग खोले जाने से लेकर यूनिवर्सिटी लेवल पर स्थातकोत्तर विभाग की स्थापना का प्रस्ताव दिया गया है. साथ ही विवि को अपने पोषक क्षेत्रों में बोले जाने वाली जनजतीय भाषाओं के आधार पर ही विषय का चुनाव करने के लिए कहा गया है.

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