रांचीः बीएयू के उद्यान वैज्ञानिकों ने तैयार किया जैविक सब्जी आधारित फसल प्रणाली का मॉडल

Sumit Rajak, Last updated: Tue, 18th Jan 2022, 10:41 AM IST
  • बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के उद्यान वैज्ञानिकों ने झारखंड में जैविक खेती के प्रति किसानों की बढ़ती रुचि और जैविक कृषि को अधिक लाभकारी बनाने की दिशा में एक पहल की है. कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह के मार्गदर्शन में वैज्ञानिकों ने विश्वविद्यालय परिसर में सब्जियों की जैविक खेती आधारित फसल प्रणाली मॉडल तैयार किया है. लगभग सात महीनों से उपयुक्त मॉडल को विकसित करने की दिशा में उद्यान वैज्ञानिक प्रयासरत हैं.
बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (फाइल फोटो)

रांची. बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के उद्यान वैज्ञानिकों ने झारखंड में जैविक खेती के प्रति किसानों की बढ़ती रुचि और जैविक कृषि को अधिक लाभकारी बनाने की दिशा में एकअच्छी पहल की है. कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह के मार्गदर्शन में वैज्ञानिकों ने विश्वविद्यालय परिसर में सब्जियों की जैविक खेती आधारित फसल प्रणाली मॉडल तैयार किया है. लगभग सात महीनों से उपयुक्त मॉडल को विकसित करने की दिशा में उद्यान वैज्ञानिक प्रयासरत हैं.

उद्यान वैज्ञानिक डॉ अब्दुल माजिद अंसारी ने कहा कि इस मॉडल के अंतर्गत राज्य में सब्जियों की खेती के लगभग सभी सब्जियों को समाहित करते हुए करीब 3 एकड़ भूमि में अनुसंधान किया जा रहा है. इसमें खरीफ मौसम में उगाई जानेवाली सब्जियों- भिंडी, बोदी, फ्रेंचबीन, लौकी, खीरा, नेनुआ, मूली व गांधारी साग का प्रयोग किया गया है. खरीफ मौसम की सब्जियों की तोड़ाई के बाद उस जमीन पर चालू रबी मौसम में उगाई जाने वाली सब्जियों- फूलगोभी, बंधागोभी, ब्रोकोली, मटर, मेथी साग, पालक, धनिया, मूली, प्याज, लहसुन, टमाटर और मिर्च आदि को समाहित कर अनुप्रयोग किया जा रहा है. वर्तमान में रबी मौसम की सभी सब्जी फसल खेतों में लहलहा रही हैं.

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फसल प्रणाली के इस मॉडल में कोई भी रासायनिक सामग्री का उपयोग नहीं किया गया है. बल्कि, रासायनिक उर्वरकों के बदले कंपोस्ट व वर्मी कंपोस्ट मात्र और सब्जियों की रोग रोधी प्रभेदों का उपयोग किया गया है. साथ ही, कीट एवं रोग प्रबंधन में जैविक विधि वाली नीम आधरित दवाओं का प्रयोग किया गया. हर सब्जी फसल के लिए उचित समय में बुआई की गई. पिछले खरीफ मौसम में जैविक विधि से सब्जियों के उत्पादन में सही मात्रा में कंपोस्ट और वर्मीकंपोस्ट का प्रयोग और समुचित वैज्ञानिक प्रबंधन से बेहतर उत्पादन देखने को मिल रहा है.

जैविक सब्जियों की मांग बढ़ी: डॉ ओंकार

कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने कहा कि सब्जी उत्पादन के मामले में झारखंड सरप्लस राज्य है. स्वास्थ्य के प्रति लोगों की जागरुकता से बाजार में जैविक सब्जियों की मांग बढ़ रही है. आनेवाले समय में जैविक कृषि के इस उपयुक्त मॉडल को समेकित कृषि प्रणाली मॉडल में शामिल कर शोध को बढ़ावा दिया जाएगा,.जिससे जैविक कृषि तकनीक किसानों के लिए अधिक उपयोगी साबित हो सको.  इस मॉडल के शोध कार्यक्रमों से पीजी और पीएचडी छात्रों को भी लाभ होगा. उन्हें सब्जियों की जैविक कृषि में राष्ट्रीय स्तर पर शोध करने का अवसर मिलेगा.

 

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