रांची प्रशासन का एक्शन, कोरोना काल में ड्यूटी से गायब डॉक्टरों पर FIR
- रांची प्रशासन सदर अस्पताल में कोरोना काल में ड्यूटी पर नहीं आने वाले डॉक्टरों पर एफआईआर करने जा रही हैं. उन्हें काम पर वापस लौटने के लिए बुधवार दोपहर एक बजे तक का समय दिया गया हैं.
रांची. रांची प्रशासन 5 डॉक्टरों के ऊपर प्राथमिकी दर्ज करने जा रही हैं. दरअसल इन पांच डॉक्टरों की ड्यूटी कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में लगाया गया था, लेकिन ड्यूटी लगने के बावजूद भी यह कभी भी अस्पताल मरीजों को देखने के लिए नहीं पहुंचे. जिसे देखते हुए प्रशासन ने इन सभी के ऊपर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 एवं दंड प्रक्रिया संहिता की धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी.
ये डॉक्टर कोविड ड्यूटी लगने के बाद से अस्पताल में अनुपस्थित चल रहे हैं. जिनमे सदर अस्पताल के डॉ नरेंद्र तिवारी, डॉ शिशिर विनायक, डॉ विकास कुमार गुप्ता, डॉ हेमलता तिग्गा और डॉ अनुजा कच्छप शामिल हैं. इतना ही नहीं इन सभी को चेतावनी देने के बावजूद भी यह अस्पताल हाजिरी लगाने तक नहीं पहुंचे. इस कोरोना संकट की घड़ी में डॉक्टरों का इस तरह से व्यवहार करना मरीजों के जान पर संकट पड़ सकता हैं.
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इतना ही नहीं सदर अस्पताल से 28 चिकित्सक और 73 स्वास्थ्य कर्मी भी अपने ड्यूटी से घायब हैं. जिन्हें प्रशासन ने मंगलवार को काम पर लौटने के लिए कहा था. वही यह भी कहा था कि जो भी काम पर नहीं लौटेंगे उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. जिसके बाद भी अधिकांश लोग काम पर नहीं लौटे. जिसे देखते हुए प्रशासन ने सभी को बुधवार दोपहर एक बजे तक काम पर लौटने के लिए कहा है.
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वही सदर अस्पताल में कई स्वास्थ्य कर्मी तो इसलिए भी काम पर नहीं आ रहे हैं क्योंकि वह इंसेटिव की मांग को लेकर हड़ताल पर हैं. जिसमे सदर अस्पताल की अधिकांश नर्से शामिल हैं. जिसपर सिविल सर्जन विनोद कुमार ने कहा कि बुधवार तक अगर सभी कर्मचारी वापस काम पर नहीं लौटते हैं तो उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी.
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