रांची: सगी बहनों से लिए 23 लाख, पर नहीं दी जमीन, जानें 13 साल बाद कैसे सुलझा मामला
- रांची में मनीष कुमार नामक व्यक्ति ने अपनी दो सगी बहनों से 23 लाख रुपए जमीन के नाम पर लिए. पर उन्हें जमीन नहीं दी. लेकिन अब 13 साल बाद ये विवाद मध्यस्थता के जरिए सुलझा है. अब मनीष को हर महीने बहनों को कुल दो लाख रुपये देना होगा.
रांची: झारखंड की राजधानी रांची से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आ रहा है. जहां खुद के भाई ने अपनी सगी बहनों को 23 लाख रुपए का चूना लगाया. भाई ने अपने दो बहनों से करीब 13 साल पहले 23 लाख रुपए जमीन के नाम पर लिए. पर अपनी खुद की बहनों को ही उसने ठग लिया. इतनी बड़ी रकम लेने के बाद भी मनीष कुमार नामक व्यक्ति ने अपनी बहनों को जमीन नहीं दी. दोनों बहनें 13 साल से अपने पैसे के लिए जूझ रही थी. आखिरकार 13 साल बाद यह मामला सुलझ गया है. 15 फरवरी को ढाई लाख रुपये और फिर हर महीने एक-एक लाख (कुल दो लाख) रुपये का भुगतान मार्च महीने से मनीष कुमार को करना होगा.
जानकारी के मुताबिक जमीन देने के नाम पर 23 लाख रुपये लेने का विवाद 13 साल बाद मध्यस्थता के जरिए सुलझा. विवाद को सुलझाने में मध्यस्थ अधिवक्ता एलके गिरि की अहम भूमिका रही. मनीष कुमार नामक व्यक्ति ने जमीन देने के नाम पर साल 2009 में सगी बहनों आशा देवी एवं लता देवी से 23 लाख रुपये एकरारनामा के तहत प्राप्त किया, लेकिन जमीन नहीं दी. इसके बाद दोनों बहनों ने धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए अलग-अलग कोर्ट केस दर्ज करवाया.
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केस होने के बाद आरोपी मनीष कुमार ने राहत के लिए अदालत में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की. दाखिल याचिका पर अपर न्यायायुक्त अरविंद कुमार पांडेय की अदालत में सुनवाई हुई. याचिका पर सुनवाई के दौरान अदालत ने मामले को मध्यस्थता केंद्र को रेफर कर दिया. जहां वर्चुअल और फिजिकल पांच बैठकों के बाद जमीन के नाम पर ली गई रकम किस्तों में वापस करने पर दोनों पक्षों के बीच सहमति बनी.इसमें प्रथम किस्त ढाई लाख रुपये का भुगतान 15 फरवरी को याचिका पर सुनवाई के समय किया जाएगा. तत्पश्चात हर महीने एक-एक लाख (कुल दो लाख) रुपये का भुगतान मार्च महीने से किया जाएगा.
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