रांची-टाटा हाईवे पर की जा रही है अवैध वसूली
- रांची टाटा रोड में तैमारा घाटी के खत्म होते ही वहां पर आम वाहनों से कुछ लोग गाड़ी रोक कर जबरदस्ती 200 से लेकर 400 रुपये तक प्रति वाहन से वसूली कर रहे हैं. बदले में रसीद भी दे रहे हैं. इस रसीद में लिखा है “एजी सेफ ड्राइव, सेफ लाइफ एंड ट्रैफिक कंट्रोल कैंप”
रांची : रांची टाटा मार्ग में गाड़ी वालों से अवैध वसूली की खबरें तेज होने के बाद वकील और भाजपा नेता सुधीर श्रीवास्तव ने डीसी रांची और पुलिस प्रशासन से इसे रोकने की अपील की है. इस विषय में डीसी को चिठ्ठी भी लिखी गई है. इसमें कहा गया है कि रांची टाटा रोड में तैमारा घाटी के खत्म होते ही वहां पर आम वाहनों से कुछ लोग गाड़ी रोक कर जबरदस्ती 200 से लेकर 400 रुपये तक प्रति वाहन से वसूली कर रहे हैं. बदले में रसीद भी दे रहे हैं. इस रसीद में लिखा है “एजी सेफ ड्राइव, सेफ लाइफ एंड ट्रैफिक कंट्रोल कैंप”.
यह सिलसिला कई दिनों से चल रहा है. इस प्रकार की अवैध वसूली तत्काल बंद की जाये. अगर यह वसूली राज्य सरकार के आदेश से की जा रही है तो पहले उस आदेश की प्रकाशित करके आम जनता को बताया जाये. सुधीर श्रीवास्तव के अनुसार कुछ वाहन चालकों ने रसीद की कॉपी वायरल की है जिससे यह खबर नजर में आई है. प्रथम दृष्टया ही वह रसीद फर्जी प्रतीत हो रहा है.
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आम जनता में इसको लेकर डर का माहौल बना हुआ है. इसके बावजूद आम वाहन के चालक डर से चुपचाप पैसा देकर आगे बढ़ जा रहे हैं. पैसा नहीं देने वालों एवं आनाकानी करने वाले वाहन चालकों के साथ बदतमीजी से बात की जा रही है. उन्हें गाड़ी किनारे करने को कहा जा रहा है. इसके बाद उन्हें पैसों की मांग की जा रही है. पैसे नहीं देने पर उनको डराया धमकाया भी जा रहा है. कुछ वाहनों में महिलाओं के साथ बदतमीजी की भी सूचना है.
कठोर कदम उठाने की है आवश्यकता
इसके पहले भी इस तरह की अवैध वसूली गिरिडीह के पास रोड में हुई थी. इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों को दी गई थी तब वसूली बंद हुआ था. यह अवैध वसूली का एक नया ट्रेंड झारखंड में बढ़ता जा रहा है. जब तक उच्चाधिकारियों तक मामला पहुंचता है, तब तक वे लोग लाखों रुपए वसूली कर चुके होते हैं और आम जनता ठगी जा चुकी होती है.
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परंतु ना तो इसमें कभी प्राथमिकी दर्ज होती है और न ही इसका कोई अनुसंधान या जांच होता है. पुलिस पदाधिकारी सीधा यह कहते हैं कि कोई शिकायतकर्ता थाना आकर आवेदन नहीं दिया. परंतु इस प्रकार के मामले में कोई वाहन चालक केस करेगा या सीधा वहां से अपने गंतव्य को जाएगा, यह एक बड़ा प्रश्न है.
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