रिम्‍स में 370 नर्सों और फैकल्टी की बहाली

Smart News Team, Last updated: Fri, 29th Jan 2021, 8:01 PM IST
  • रिम्स के कार्डियक विभाग, डायलिसिस, सीटी स्कैन, इको सहित जितनी भी मशीनों की कमी है, सभी के लिए नियम संगत क्रय करने के लिए रिम्स के डायरेक्टर को अधिकृत किया गया है. इसके अलावा रिम्स के लैब और ब्लड बैंक को दुरूस्त करने पर भी सहमति बनी है.
राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (फाइल तस्वीर)

रांची: राजधानी दिल्‍ली से फरवरी के अंतिम सप्‍ताह में इंडियन डेंटल काउंसिल की टीम निरीक्षण के लिए आएगी. इससे पहले ही इससे पहले स्थाई प्रिंसिपल, फैक्लटी, लाइब्रेरी, पुस्तकें व पत्रिकाएं, ई-बुक व ई-जनरल्स, मशीन की खरीदारी और 3 रीडर के पदों की नियुक्ति सहित सभी मापदंड पूरे कर लिए जाएंगे. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले से ही राज्य के मेडिकल कॉलेजों को बंद कर लगभग 450 बच्‍चों के भविष्‍य को अंधेरे में डाल दिया है. उन्‍होंने आगे कहा कि वे रिम्स के डेंटल कॉलेज के छात्रों के साथ ऐसा नहीं होने देंगे. रिम्स गवर्निंग बॉडी की बैठक के बाद यह जानकारी उन्‍होंने साझा की. इस दौरान रिम्स डेंटल व मेडिकल कॉलेज की मान्यता बचाने पर चर्चा हुई.

इसमें लाईब्रेरी, पुस्तकें व पत्रिकाएं, ई-बुक व ई-जनरल्स की खरीद के 60 लाख रुपए की स्वीकृति रिम्स प्रबंधन को दे दी गई. मशीनें खरीदी जाएंगी. राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान में मेडिकल की सीटें 180 से बढ़ाकर 250 किया जाएगा. नेशनल मेडिकल काउंसिल की टीम मई-जून में निरीक्षण के लिए आएगी. इससे पहले सभी प्रकार की कमियां दूर कर दी जाएगी. रिम्स में कई वर्षों से नर्स की कमी है. ऐसे में रिम्स राज्य का पहला ऐसा अस्‍पताल होगा, जहां पर अब मेल और फीमेल नर्स होंगे. जीबी में कुल 370 नर्सों की बहाली करने पर सहमति बनी. 

रांची: RIMS की बदहाली पर झारखण्ड हाईकोर्ट नाराज, सरकार से रिपोर्ट मांगी

स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि नर्सों की बहाली का निर्णय 49वें जीबी की ही बैठक में ले लिया गया था. ऐसे में विचार किया जा रहा था कि कितने पुरुष और महिलाओं के लिए सीट आवंटित किए जाएं. निर्णय हुआ कि एम्स की तर्ज पर यहां भी नर्सों की बहाली होगी, जिसमें 370 सीटों में 80% सीटों पर महिला और 20% सीटों में पुरुष नर्स बहाल किए जाएंगे. गर्वनिंग बॉडी ने इसके लिए रिम्स डायरेक्टर को अधिकृत किया है.

 

अन्य खबरें