रिम्स ब्लड बैंक के 2 कर्मचारी 7 दिन के लिए सस्पेंड, बच्चे की मौत के मामले में दोषी
- रिम्स ब्लड बैंक के दो कर्मचारियों को सात दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. उन पर आरोप है कि बीते 20 फरवरी को उन्होंने एक बच्चे के लिए ब्लड नहीं दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई.

राँची. झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में ब्लड बैंक से खून न मिलने से एक बच्चे की मौत के मामले में दो कर्मचारियों को सात दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है. मिली जानकारी के अनुसार, दोनों कर्मचारियों पर आरोप था कि बीते 20 फरवरी को इन्होंने ब्लड नहीं दिया जिससे 12 साल के बच्चे की मौत हो गई. जांच में दोषी पाए जाने के बाद ब्लड बैंक के दोनों कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
ये मामला बीते 20 फरवरी 2021 का है. 12 साल की बच्ची सिक्कल सेल एनेमिया नाम की बीमारी से पीड़ित थी. देर रात को बच्ची की स्थिति गंभीर होने की वजह से उसे रिम्स अस्पताल पीडियाट्रिक विभाग में भर्ती किया गया था. जहां डाॅक्टरों ने उसे तत्काल ए पाॅजिटिव खून चढ़ाने की बात कही थी.
वाराणसी,आगरा से बेहतर झारखंड के ये रेलवे स्टेशन, NGT सर्वे में मिली अच्छी रेटिंग
परिजनों ने तब आरोप लगाया था कि डाॅक्टरों ने डिमांड लेटर में इमरजेंसी, फ्री और लाइफ सेविंग जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया था. इसके बावजूद ब्लड बैंक के कर्मचारियों ने उनसे खून के बदले डोनर की मांग की. काफी देर तक खून न मिलने की वजह से बच्चे की हालत बिगड़ती गई. देर रात दो बजे खून की कमी की वजह से 12 साल के बच्चे की मौत हो गई.
UP, बिहार के लोग झारखंड में नकली नोट छापने वाले से बनवा रहे थे मनपसंद सर्टिफिकेट
परिजनों ने कहा कि लाइफ सेविंग मामलों में ब्लड के लिए डोनर की अनिवार्यता नहीं है. इसके बावजूद डोनर की मांग की गई. शिशु विभाग के डॉक्टर भी ब्लड पहुंचे और खून देने को कहा लेकिन तब भी खून नहीं दिया. अब इस मामले में रिम्स ब्लड बैंक के दो कर्मचारियों को सात दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है.
अन्य खबरें
लालू यादव की सुरक्षा में लगे गार्डों ने आखिरकार रिम्स को तकिया-गद्दा लौटाया
लालू की रिपोर्ट देर से पेश करने पर रिम्स के डायरेक्टर ने हाईकोर्ट से माफी मांगी
रांची रिम्स की बढ़ती जा रही बदहाली, मरीज इलाज के लिए घंटो एम्बुलेंस में कर रहे इंतजार
रांची: रिम्स अस्पताल परिसर में मिला नवजात का शव, हड़कंप, मौके पर पुलिस