मानव तस्करी पर सख्त RPF टीम, एक महीनें में किया दर्जनों बच्चों का रेस्क्यू

Smart News Team, Last updated: Tue, 5th Jan 2021, 9:20 AM IST
  • रांची में बाल श्रम कर रहे कई बच्चों का रेस्क्यू किया गया है. ये बच्चे वो हैं जो घर वालों को बिना बताए घऱ से आ गए थे या फिर घर से लापता थे. रांची स्टेशन और रांची रेलमंडल ने इसके काफी मामलों की जांच में जुटे हैं और लगातार इसकी जांच कर रहे हैं. इसके तहत आरपीएफ की नन्हें फरिश्त और मेरी सहेली टीम ने बच्चों का रेस्क्यू किया है.
रांची में बाल श्रम कर रहे कई बच्चों का रेस्क्यू किया गया है.(प्रतीकात्मक फोटो)

रांची. रांची सहित कुछ अन्य शहरों में बाल श्रम कर रहे कई बच्चों का रेस्क्यू किया गया है. ये बच्चे वो हैं जो घर वालों को बिना बताए घऱ से आ गए थे या फिर घर से लापता थे. रांची स्टेशन और रांची रेलमंडल ने इसके काफी मामलों की जांच में जुटे हैं और लगातार इसकी जांच कर रहे हैं. इसके तहत आरपीएफ की नन्हें फरिश्त और मेरी सहेली टीम ने बच्चों का रेस्क्यू किया है. 

नन्हीं सहेली टीम ने सोमवार को बिहार के सीवान जिले की रहने वाली एक नाबालिग लड़की का रेस्क्यू किया है और पूछताश करके इसे रेलवे चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है. रविवार को खेलगांव की रहने वाली लड़की को बरामद किया गया था जो कि हटिया-हावड़ा से ट्रेन पर चढ़ी थी. जांच में पता चला था कि वो घर से बिना बताए निकली थी. 31 दिसंबर की रात को पुलिस चेकिंग को दौरान तीन बच्चों का रेस्क्यू किया गया था. जिनको मानव तस्करी करके दिल्ली ले जाने की कोशिश की जा रही थी.       

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बता दें की पिछले साल एक दिसंबर से 31 दिसंबर तक एक दर्जन से ज्यादा बच्चों का रेस्क्यू किया जा चुका है. ट्रेनों के संचालन के बाद तस्करी की समस्या काफी बढ़ गई है. रांची स्टेशन और रेलमंडल ने इसके काफी मामले दर्ज किये हैं. इसे रोकने के लिए आरपीएफ काफी काम कर रही है.

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