2022 के अंत तक झारखंड में पर्यटकों के लिए स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना शूरू

Smart News Team, Last updated: Sun, 2nd Jan 2022, 11:25 AM IST
  • झारखंड राज्य में कोरोना काल के दौरान राज्य सरकार ने पर्यटकों के लिए कई योजनाएं और सुविधाएं देने की प्लानिंग कर रही है. माना जा रहा है कि साल 2022 के अंत तक पर्यटन विभाग की स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना होगी शुरू हो जाएगी.
2022 के अंत तक झारखंड में पर्यटकों के लिए स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना शूरू

रांची. कोरोना संक्रमण काल में पर्यटन विभाग की कई योजनाएं प्रभावित हुई लेकिन झारखंड राज्य में कोरोना काल के दौरान ही राज्य सरकार ने पर्यटकों के लिए कई योजनाएं और सुविधाएं देने की प्लानिंग कर रही है. राज्य के पर्यटन स्थलों के सुविधाएं के लिए विकसित की जा रही है. 

2021 में आखिरी महीनों में एकबार फिर से इस योजना के तहत कार्य तेजी से शुरू किया गया है. उम्मीद है कि नए साल के अंत तक लोगों को इस योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा. इनमें केंद्र और राज्य सरकार की भागीदारी से स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना भी शामिल हैं. 

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इन स्थलों पर पर्यटकों की सुविधाओं और आवागमन के साधन विकसित किए जा रहे हैं. सौंदर्यीकरण, बच्चों के मनोरंजन और खेल की सुविधा विकसित की जा रही हैं. वाटर स्पोर्ट्स आकर्षण का केंद्र होगा. इन केंद्रों में रेस्तरां में फास्ट फूड से लेकर देश के सभी राज्यों के व्यंजन उपलब्ध होंगे. आराम के लिए रिसॉट भी बनाए जाएंगे. नेतरहाट में बस स्टैंड भी बनाया जाएगा. इसमें लगभग 52 करोड़ रुपये खर्च होंगे. वहीं प्रसाद योजना के तहत देवघर में पर्यटकों के लिए सुविधाएं विकसित की जा रही है. शिव गंगा पौड, लाइटिंग सहित अन्य विकास के कार्य होंगे. इसके लिए लगभग 35 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित है.

पर्यटन विभाग के निदेशक नीतीश सिंह का कहना है कि 5 स्वदेश दर्शन और प्रसाद योजना 2022 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है. सभी जिलों में एडवेंचर टूरिज्म महोत्सव युवाओं के लिए नया अनुभव होगा. ग्रामीण क्षेत्रों को इससे जोड़कर पर्यटन को प्रमोट किया जाएगा. 

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मालूम हो कि, स्वदेश दर्शन योजना को इको सर्किट टूरिज्म नाम से भी जाना जाता है. स्वदेश दर्शन योजना के तहत झारखंड के चार जिलों के पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा रहा है.

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