समग्र शिक्षा अभियान से बाहर हुए झारखंड के 3000 पैरा टीचर

Smart News Team, Last updated: Tue, 8th Dec 2020, 10:49 PM IST
  • झारखंड सरकार के तमाम दावों के बाद भी सर्व शिक्षा अभियान से परिवर्तित होकर समग्र शिक्षा अभियान के तहत नियुक्त हुए राज्य के 3000 शिक्षकों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. झारखंड एकीकृत प्रशिक्षित/अप्रशिक्षित पैरा शिक्षक संघर्ष मोर्चा ने सरकार से पेरा टीचरों को प्रशिक्षण का एक मौका दिए जाने की मांग की.
झारखंड के 3000 पैरा टीचर को बाहर का रास्ता दिखा दिया है

रांची . बता दें कि समग्र शिक्षा अभियान के तहत राज्य के परिषदीय विद्यालयों में बड़े पैमाने पर पेरा टीचरों की नियुक्ति की गई थी. बाद में सर्व शिक्षा अभियान ने निशुल्क एवं अनिवार्य शिक्षा के अधिकार अधिनियम 2009 को लागू कर परिषदीय विद्यालयों में अप्रशिक्षित शिक्षकों के पठन-पाठन नहीं करने का नियम लागू किया है साथ ही केंद्र सरकार की ओर से इन पेरा टीचरों को 31 मार्च 2019 तक प्रशिक्षण प्राप्त करने का अंतिम मौका प्रदान किया गया था. इसके लिए सभी अप्रशिक्षित शिक्षकों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालय संस्थान से प्रशिक्षण भी दिलाया गया था जिनमें पैरा टीचर भी शामिल थे. किंतु अभी भी राज्य भर के तकरीबन 3000 पेरा टीचरों को प्रशिक्षण नहीं कर सके हैं. जिस कारण केंद्र सरकार की ओर से राज्य के अप्रशिक्षित पेरा टीचरों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है.

हालांकि केंद्र सरकार के पेरा टीचरों को हटाए जाने के निर्णय खिलाफ झारखंड सरकार ने हाई कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था साथ ही मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो ने अप्रशिक्षित पेरा टीचरों को किसी भी सूरत में विद्यालयों से ना हटाए जाने का आश्वासन भी दिया था. यही नहीं इन पैरा टीचरों को शासन की ओर से 19 महीने के मानदेय का भुगतान भी प्राप्त नहीं हो सका है. इन पैरा टीचरों को हटाए जाने पर झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने स्पष्ट किया है कि उन्हें पेरा टीचरों को कार्यमुक्त करने का आदेश प्राप्त हो चुका है इस कारण उनके मानदेय का भुगतान नहीं किया जा सकता.

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उधर विद्यालय से कार्यमुक्त किए जाने से नाराज झारखंड एकीकृत प्रशिक्षित/अप्रशिक्षित पैरा टीचर संघर्ष मोर्चा के ऋषि कांत तिवारी ने उच्च न्यायालय के आलोक में होने के कारण केंद्र सरकार के इस निर्णय को जल्दबाजी पूर्ण करार दिया है. उन्होंने केंद्र सरकार से अप्रशिक्षित पेरा टीचरों को प्रशिक्षण का एक मौका और दिए जाने की मांग की है.

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