अब तेजी से पूरा हो सकेगा रांची बरकाकाना रेलवे ट्रैक निर्माण का कार्य
- रांची बरकाकाना रेलखंड निर्माण को लेकर बाधक बन रही पहाड़ी को काटकर नई साल पर 600 मीटर लंबा जरनल तैयार कर लिया गया है. इस चैनल के तैयार होते ही अब रांची बरकाकाना रेलवे लाइन निर्माण के कार्य को तेजी से पूरा किया जा सकेगा.

रांची :बता दें कि रांची बरकाकाना रेलवे लाइन निर्माण परियोजना को साल 2005 में जमीनी धरातल पर उतारा गया था. इस रेलवे लाइन परियोजना को पूरा करने के लिए पहाड़िया सबसे बड़े बाधक के रूप में सामने आ रही हैं. इस रेलवे ट्रैक प्रोजेक्ट निर्माण में तीन सुरंगे बनाई जा रही है. 200 रंगों की लंबाई 600 मीटर की है. जबकि तीसरी टनल की लंबाई ग्यारह सौ मीटर की है. 2 सुरंगों का निर्माण पूरा हो चुका है जबकि ग्यारह सौ मीटर लंबी तीसरी सुरंग का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है.
टनल के बन जाने से रांची से मेसरा बरकाकाना व कोडमरा के रास्ते पटना जाने के लिए 60 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी. जबकि मौजूदा समय में रांची से मुरी होकर बरकाकाना जाने में 90 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ती है. साथ ही 3 घंटे का समय अभी खर्च करना पड़ रहा है. इस रेलवे ट्रैक का निर्माण हो जाने के बाद से पटना जाने के लिए न केवल 60 किलोमीटर तक की दूरी कम होगी बल्कि 2 घंटे का अतिरिक्त समय भी बचेगा. रांची बरकाकाना रेलवे ट्रेक निर्माण मैं इन सुरंगों की खासियत यह है कि यह सुरंग है जंगल और तीन पहाड़ों को काटकर बनाई गई है.
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इस रूट से यात्रा करने पर झारखंड का प्राकृतिक नजारा दिखाई देगा. इस संबंध में रेलवे प्रशासन ने बताया कि 1100 करोड़ रुपए के लागत की इस परियोजना के तहत सुरंगों का निर्माण पूरा हो जाने से अब पटरियों को बिछाने में तेजी से कार्य करना संभव हो सकेगा.
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