Chhath Puja 2021: छठ पूजा के दूसरे दिन 9 नवंबर को खरना, जानें शुभ-अशुभ मुहूर्त
- लोक आस्था का महापर्व के दूसरे दिन आज मंगलवार को खरना पूजा की जाएगी. नहाय खाय के बाद खरना पूजा का खास महत्व होता है. खरना के दिन शुभ मुहूर्त पर पूजा करने के बाद व्रती 36 घंटे का व्रत रखेगी.
देशभर में छठ पूजा को लेकर लोगों के बीच खूब उत्साह है. बीते दिन नहाय खाय के साथ महापर्व छठ की शुरुआत हुई. चार दिनों तक चलने वाले इस त्योहार का आज 9 नवंबर को दूसरा दिन है. छठ पूजा के दूसरे दिन खरना पूजा की जाती है. छठ में खरना का खास महत्व होता है. ऐसी मान्यता है कि खरना पूजा के बाद से ही घर पर छठी मईया का आगमन हो जाता है. इसलिए पूरे विधि विधान से खरना की पूजा की जाती है और पवित्रता के साथ खीर का प्रसाद तैयार किया जाता है. इसी प्रसाद को खाने के बाद आज से ही व्रती निरंतर 36 घंटे का कठिन व्रत रखती है. आइये जानते हैं महापर्व के दूसरे दिन छठ पर खरना का क्या है महत्व और किस शुभ मुहूर्त पर करें खरना पूजा.
छठ पूजा वैसे तो मुख्य तौर पर बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में मनाया जाता है. लेकिन अब छठ पूजा का प्रचलन देशभर में देखने को मिलता है. इसलिए इसे ग्लोबल पर्व कहा जाने लगा है. छठ पूजा में खरना के दिन सुबह से ही घर के सारे लोग पूजा की तैयारियों में जुट जाते हैं. इस दिन खीर पूड़ी का प्रसाद बनता है, जिसे खाकर व्रती छठ का व्रत शुरू करती है.
खरना पूजा मुहूर्त- खरना पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:45 से 6:25 बजे तक रहेगा. लेकिन सूर्यास्त के बाद ही खरना पूजा की जाती है. इसलिए अलग -अलग शहरों के लिए समय में भी बदलाव हो सकता है. कार्तिक की शुक्ल पंचमी यानी खरना के दिन सूर्यास्त का समय शाम 05:57 पर होगा. खरना के बाद 10 नवंबर को डूबते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा और 11 नवंबर की उगते सुबह सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही इस पर्व का समापन हो जाएगा.
Chhath Puja 2021: छठ पर्व की हुई शुरुआत, नहाय-खाय के बाद कल शाम इस मुहूर्त पर करें खरना पूजा
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