थैलेसीमिया रोगियों के लिए लाइफ लाइन बना डे केयर सेंटर

Smart News Team, Last updated: Thu, 25th Feb 2021, 4:40 PM IST
  • राजधानी रांची का डे केयर सेंटर थैलेसीमिया रोगियों के लिए लाइफ लाइन बन कर उभरा है. यहां इलाज कराने के लिए झारखंड राज्य के ही नहीं बल्कि उड़ीसा बंगाल व छत्तीसगढ़ राज्यों से भी मरीज आ रहे हैं. यहां पर मौजूद सुविधाएं मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है.
थैलेसीमिया रोगियों के लिए लाइफ लाइन बना डे केयर सेंटर (प्रतीकात्मक तस्वीर)

रांची: डे केयर सेंटर राजधानी रांची के सदर अस्पताल परिसर में संचालित है. यह सेंटर मरीजों के लिए जरूरी सभी सुविधाओं से लैस है. डे केयर सेंटर पर रक्त से संबंधित विकारों से पीड़ित रोगियों का इलाज किया जाता है. राज्य सरकार की ओर से संचालित इस डे केयर सेंटर को सरकार की ओर से सभी जरूरी संसाधनों से सुसज्जित किया गया है.इस सेंटर पर दबाव के साथ रक्त भी निशुल्क प्रदान किया जाता है. रांची के सिविल सर्जन के अनुसार यहां मौजूद सुविधाएं मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. 

उन्होंने बताया कि डे केयर सेंटर पर बच्चों के लिए समर्पित इनडोर खेल का मैदान भी विकसित किया गया है. यह इनडोरप्ले कॉर्नर उन बच्चों के लिए एक सकारात्मक स्थान के रूप में कार्य करता है जो रक्त विकारों और अन्य बीमारियों के इलाज के लिए सदर अस्पताल आते हैं. उन्होंने बताया कि डे केयर सेंटर संचालित करने का प्राथमिक उद्देश्य रक्त विकार से जुड़े रोगों से पीड़ित बच्चों को उचित उपचार प्रदान करना है. बताया कि केंद्र में बच्चों के अनुकूल वातावरण सुनिश्चित करने के सभी उपाय किए गए हैं. बच्चों को पौष्टिक भोजन, अनुकूल कमरे के साथ-साथ चाइल्ड फ्रेंडली नर्स और डॉक्टर यूनिट में तैनात किए गए हैं. 

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उन्होंने बताया कि डे केयर सेंटर पर तैनात नर्सों को चाइल्ड केयर का आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान किया गया है.यह सभी रक्त विकार से पीड़ित बच्चों के लिए उनके अनुरूप माहौल बनाने में मदद करते हैं. बताया कि उपचार के लिए केंद्र में आने वाले रोगियों को नाश्ता दोपहर का भोजन और रात का खाना भी दिया जाता है. यह सेंटर गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रही झारखंड की आबादी के लिए लाइफ लाइन बन कर उभर रहा है. डे केयर सेंटर के प्रबंधक बताते हैं कि यहां इलाज के लिए झारखंड राज्य से ही नहीं बल्कि उड़ीसा बंगाल और छत्तीसगढ़ राज्यों से भी मरीज आ रहे हैं.

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