Holashtak 2022: 10 मार्च से होलाष्टक, इन 10 उपाय से उग्र ग्रह-नक्षत्रों के दुष्प्रभाव होंने कम

Pallawi Kumari, Last updated: Wed, 9th Mar 2022, 1:38 PM IST
होली से आठ दिन पहले होलाष्टक लगता है. होलाष्टक के दौरान शुभ और मांगलिक कार्यों के करने पर मनाही होती है. इस बार होली 18 मार्च को है और होलाष्टक कल गुरुवार 10 मार्च से शुरू हो जाएगा जो 17 मार्च होलिका दहन के बाद समाप्त होगा.
होलाष्टक(फोटो-लाइव हिन्दुस्तान)

Holashtak 2022: होली से आठ दिन पहले 10 मार्च 2022 को होलाष्टक शुरू हो रहा है. होलाष्टक हर साल हिंदू कैलेंडर के अनुसार फाल्गुन माह की शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से लेकर पूर्णिमा यानी होलिका दहन तक होती है. होलाष्टक के दौरान पूरे आठ दिन अशुभ माने जाते हैं. क्योंकि ये आठ दिन कई ग्रह उग्र होते हैं. इसलिए इन दिनों में शादी-विवाह से लेकर सगाई, तिलक, गृहप्रवेश, नामकरण जैसे कोई भी कार्य नहीं किए जाते हैं. 

होलाष्टक क्यों होता है इसे लेकर कई कथा और कहानियां मौजूद हैं. लेकिन इस खबर में हम आपको बता रहे हैं होलाष्ट के आठ अशुभ दिनों के 10 उपाय, जिससे उग्र गह-नक्षत्रों का दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है.

खूबसूरत दिखने के लिए कराई होठों की सर्जरी, हुआ ऐसा हाल कि दुनिया बुलाने लगी बंदरिया

होलाष्टक के आठ अशुभ दिनों के लिए 10 शुभ उपाय-

1.कहा जाता है कि होलाष्टक के दौरान 8 ग्रह उग्र रहते हैं यानी पीड़ा में रहते हैं. इसलिए इस दौरान पीड़ाहर स्त्रोत या नवग्रह कवच मंत्र का पाठ करना चाहिए.

2. श्रीसूक्त व मंगल ऋण मोचन स्त्रोत का पाठ करने से आर्थिक संकट समाप्त होता है और कष्ट से छुटकारा मिलता है.

3. होलाष्टक के समय मौसम में भी काफी बदलाव होते हैं. इसलिए रोगों से बचने के लिए इस समय शिव पूजा और महामृत्युंजय मंत्र का जाप शुरू करें औऱ हवन कराएं.

4. गुड़, कनेर के फूल, हल्दी की गांठ व पीली सरसों से हवन कराएं. इससे घर में धन संपदा की कमी नहीं होगी.

5. परिवार में सुख-समृद्धि और स्नेह के लिए रामरक्षास्तोत्र, हनुमान चालीसा और विष्णु सहस्नाम का पाठ भी कराएं.

6. करियर में तरक्की के लिए जौ, तिल और शक्कर से हवन कराने पर लाभ मिलेगा.

7.कुंवारी कन्या के विवाह के लिए कात्यायनी मंत्रों का जाप करें

8. सुख-सौभाग्य की प्राप्ति के लिए चावल, घी, केसर का हवन घर पर कराएं.

9. अगर बच्चों का मन पढ़ाई में नहीं लग रहा हो तो ऐसे में गणेश भगवान के अर्थशीर्ष पाठ करें.

10. किसी भी परीक्षा में सफल होने या केस मुकदमा पर विजय प्राप्ति के लिए आदित्य हृदय स्त्रोत, सुंदरकांड का पाठ करें.

बता दें कि होलाष्टक के आठ दिन शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्यों के लिए शुभ नहीं माने जाते. लेकिन पूजा पाठ और हवन के लिए ये समय उत्तम होता है.

इस स्कीम में रोज निवेश करें 172 रूपये, बदले में मिलेंगे 28.5 लाख

अन्य खबरें