झारखंड में 52% बच्चों के पास नहीं है स्मार्टफोन, ऑनलाइन पढ़ाई में हुई परेशानी

Smart News Team, Last updated: Thu, 29th Oct 2020, 2:24 PM IST
  • एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड में करीब 52 फीसदी बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है, जिससे वह अपनी ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. वहीं, 10 फीसदी बच्चों के पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
झारखंड में करीब 52 फीसदी बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है

रांची: कोरोना वायरस के कारण झारखंड में भी ऑनलाइन क्लासेस शुरू हो चुकी हैं. बच्चे स्मार्टफोन और इंटरनेट के जरिए ऑनलाइन क्लासेस ले रहे हैं. लेकिन हाल ही आई में एनुअल स्टेटस ऑफ एजुकेशन रिपोर्ट के मुताबिक झारखंड में करीब 52 फीसदी बच्चों के पास स्मार्टफोन नहीं है, जिससे वह अपनी ऑनलाइन पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. हालांकि, साल 2018 की तुलना में इस वर्ष ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के पास स्मार्टफोन की संख्या बढ़ी है. वहीं, करीब 47 फीसदी बच्चों के पास ही स्मार्टफोन है, जिससे वह ऑनलाइन पढ़ाई कर पा रहे हैं.

झारखंड में एनुअल स्टेट्स ऑफ एजुकेशन की बीते बुधवार आई रिपोर्ट बच्चों के ऑनलाइन क्लासेस से जुड़ी सूचनाएं सामने आईं. इस बार सर्वे ऑनलाइन किया गया और कोविड-19 के कारण विद्यालय बंद होने की स्थिति में पठन-पाठन पर पड़े प्रभाव की जानकारी एकत्र की गयी. रिपोर्ट में खासकर ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों के बारे में भी जानकारी जुटायी गयी. इसकी रिपोर्ट के अनुसार, झारखंड के सरकारी विद्यालयों के केवल 28 फीसदी बच्चों तक ऑनलाइन लर्निंग मैटेरियल पहुंचा है.

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स्मार्टफोन से इतर सर्वे में लगभग 10 फीसदी बच्चों के पास इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं है, जिससे वह ऑनलाइन क्लासेस नहीं ले पा रहे हैं. सरकारी विद्यालयों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के निजी विद्यालयों में पढ़नेवाले 24. 6 फीसदी बच्चों को ही ऑनलाइन लर्निंग मैटेरियल मिला. रिपोर्ट में यह भी पता चला है कि पिछले वर्षों के मुताबिक इस बार बच्चों का विद्यालयों में कम नामांकन हुआ है. वहीं, दूसरी और राज्य के विद्यालयों में पढ़ रहे केवल 79 फीसदी बच्चों को ही किताब मिली है.

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