अंडर ग्राउंड बिजली की सुविधा से लैस हुआ राज भवन का बिजली घर
- झारखंड राज्य की राजधानी रांची में स्थित राजभवन के बिजली घर को अंडर ग्राउंड विद्युत केबल से जोड़ दिया गया है. अब राज भवन प्रदेश का पहला पावर स्टेशन बन गया है जो अंडर ग्राउंड के बिल से जुड़ा है.
रांची . बता दें कि काके पावर ग्रिड से संबंध राजभवन के पावर स्टेशन को अंडर ग्राउंड के बिल से जोड़ने का काम जनवरी 2020 से शुरू किया गया था. बाद में कोरोना संक्रमण के चलते इस कार्य को रोक देना पड़ा था. काके पावर ग्रिड से राजभवन पावर स्टेशन तक की 20 किलोमीटर की दूरी को अब जाकर अंडर ग्राउंड किया जा सका है. झारखंडसंपूर्ण बिजली आच्छादन योजना के तहत कराए गए इस कार्य में विद्युत विभाग ने 9 करोड़ रुपए खर्च किए हैं.
अंडर ग्राउंड केबल से जुड़ने वाला राजभवन का पावर स्टेशन झारखंड का पहला पावर स्टेशन बन गया है. केवलों के अंडर ग्राउंड कर दिए जाने से अब इस पावर स्टेशन से विषम परिस्थिति में ही विद्युत आपूर्ति बाधित हो सकेगी. इस पावर स्टेशन को अंडर ग्राउंड केवल की सुविधा से लैस कर दिए जाने के बाद आंधी पानी और तूफान आने पर भी राजभवन क्षेत्र में बिजली नहीं कटेगी यानी इस पावर स्टेशन से यहां के विद्युत उपभोक्ताओं को 24 घंटे निर्बाध बिजली की सुविधा उपलब्ध होगी.
राँची:शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में रैंकिंग देने की कवायद
इसका सीधा लाभ रातू रोड मधु कम पहाड़ी गांधीनगर सर्किट हाउस अपर बाजार आदि इलाकों के बिजली उपभोक्ताओं को मिलना शुरू हो जाएगा. बिजली विभाग के अधिकारी की मानें तो रांची राजधानी के तमाम इलाकों में भी अंदर ग्राउंड केवल का काम चल रहा है. अब तक ढाई सौ किलोमीटर लंबी केवल को अंदर ग्राउंड किया जा चुका है. शेष रह गए अन्य इलाकों में भी अंदर ग्राउंड केबल करने के लिए सर्वे कार्य अंतिम चरण में है.
अन्य खबरें
रांची: प्राइवेट स्कूलों में एडिमशन के लिए RTI कोटे से आए 89 फीसदी आवेदन रिजेक्ट
पेट्रोल डीजल आज 5 दिसंबर का रेट: रांची, बोकारो, धनबाद, जमशेदपुर में तेल महंगा
रांची : प्रचुर इम्यूनिटी का जोर, कोरोना पड़ रहा कमजोर
रांची यूनिवर्सिटी में 15 से 17 दिसंबर तक असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए साक्षात्कार