रांची: इंग्लैंड में झारखंड का नाम रोशन कर रहे डॉ प्रकाश सहाय
- लॉकडाउन के दौरान कोविड-19 के संक्रमित रोगियों का इलाज कर इंग्लैंड में अपनी अमिट छाप छोड़ी है. 9 माह तक इंग्लैंड में कोरोना संक्रमितों की की सेवा भाव से प्रेरित होकर केंद्र सरकार ने डॉ प्रकाश सहाय को हेल्थ एडवाइस और उनकी सेवा भाव के लिए सम्मानित किया है.
रांची. इंग्लैंड के बर्मिंघम मैं अप्रवासी भारतीय के रूप में रहते हुए डॉ प्रकाश सहाय चिकित्सा क्षेत्र में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. डॉक्टर सहाय का रांची के प्लाजा चौक पर घर है. पिता बीवी सहाय पुलिस विभाग में अधिकारी थे. डॉक्टर साहब के पिता के नाम पर आज भी झारखंड सरकार तीन स्पेशल पुलिस अवार्ड दे रही है. चिकित्सा क्षेत्र की पढ़ाई लिखाई पूरी करने के बाद 30 साल पहले डॉक्टर साहब इंग्लैंड चले गए थे. इंग्लैंड में बसने के बाद भी डॉक्टर सहाय का भारत के प्रति और झारखंड के प्रति प्रेम में कोई कमी नहीं आई है. डॉक्टर साहब कहते हैं कि आज वह झारखंडी होने पर गर्व करते हैं.
डॉ प्रकाश सहाय का बेटा डॉक्टर राहुल सहाय भी उनकी तरह चिकित्सा क्षेत्र में अपने देश का नाम रोशन कर रहा है. डॉ राहुल सहाय इंग्लैंड के नेशनल हेल्थ स्कीम के चीफ पद पर काम कर रहे हैं. उनके दामाद डॉक्टर आनंद ऋषि इंग्लैंड में को बेड बेड सीन के लिए बने क्लिनिकल कमिश्निंग ग्रुप के चेयरमैन है. हर साल में इंग्लैंड से आते हैं और अपनी जन्म भूमि की माटी से जुड़ते हैं. अपने जन्म स्थली आने पर वह लोगों का निशुल्क इलाज करते हैं. इलाज के लिए पैसा ना होने पर सहाय खुद उनकी दवाई का इंतजाम करते हैं.
डॉक्टर साहब बताते हैं कि रिटायर्ड होने के बाद वे रांची में लोगों की मदद के लिए एक ऐसा अस्पताल खोलेंगे जहां हर वर्ग के लोग कम पैसे में भी अपना बेहतर इलाज करा सकेंगे.
अन्य खबरें
रांची: जनजाति चित्रकला की कार्यशाला में कलाकारों ने भरे कल्पना के रंग
रांची में दो दिवसीय डिस्ट्रिक्ट शूटिंग चैंपियनशिप शुरू, जानें फुल डिटेल्स
पेट्रोल डीजल आज 9 जनवरी का रेट: रांची, धनबाद, जमशेदपुर में नहीं बढ़े दाम