Ekadashi 2022: शनिवार को रखा जाएगा विजया एकादशी व्रत, इन उपायों से मिलेगा 5 लाभ

Pallawi Kumari, Last updated: Thu, 24th Feb 2022, 5:14 PM IST
  • शनिवार 26 फरवरी 2022 को विजया एकादशी व्रत रखा जाएगा. सभी एकादशी व्रतों में विजया एकादशी का खास महत्व होता है. इस दिन पूजा और व्रत करने वालों से भगवान विष्णु प्रसन्न होकर आशीर्वाद देते हैं. आइये जानते हैं विजया एकदाशी व्रत के उपाय और लाभ.
विजया एकदाशी (फोटो-सोशल मीडिया)

प्रत्येक महीने में दो एकादशी तिथि पड़ती है. एक कृष्ण पक्ष में और एक शुक्ल पक्ष में. सभी एकादशी व्रत का खास महत्व होता है.लेकिन फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस बार विजया एकादशी दो दिन 26 और 27 फरवरी को पड़ रही है. लेकिन 26 जनवरी को विजया एकादशी का व्रत और पूजन किया जाएगा. मान्यता है कि इस व्रत को भगवान श्रीकृष्ण ने भी किया था. आइये जानते हैं विजया एकादशी व्रतके लाभ.

विजया एकादशी व्रत के लाभ-

1.नारद मुनि के कहने पर ब्रह्मा जी ने विजया एकादशी व्रत के बारे में बताया कि इस व्रत को करने वाले व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं.

2.विजया एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को पुष्य प्रभाव की प्राप्ति होती है. कहा जाता है कि लंका विजय से पहले प्रभु श्रीराम जी ने भी इस व्रत को किया था.

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3.विजया एकादशी के व्रत को करने से वाजपेय यज्ञ के समान ही पुण्य मिलता है.

4.इस दिन व्रत और पूजन करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होकर हर मनोकामना पूर्ति का आशीर्वाद देते हैं.

5. विजया एकादशी व्रत करने वाले व्यक्ति को मृत्यु पश्चात मोक्ष की प्राप्ति होती है.

विजया एकादशी मुहूर्त-

इस बार विजया एकादशी 26 और 27 फरवरी दो दिन होगा. लेकिन गृहस्त लोग 26 फरवरी को विजया एकादशी का व्रत व पूजन किया जाएगा. लेकिन उदया तिथि के अनुसार कुछ लोग 27 फरवरी को व्रत रखेंगे.

एकादशी प्रारंभ- शनिवार 26 फरवरी सुबह 10:39 मिनट से

एकादशी तिथि समाप्त- 27 फरवरी को सुबह 08:12 मिनट पर

पूजा के शुभ समय- 26 फरवरी दोपहर 12:11 से 12:57 मिनट तक

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