वाराणसी : SVV 9 दिनों तक जनकपुरी में तब्दील, सीता विवाह शगुन के साथ शुरू हो गया 52वांं महा महोत्सव

Mithilesh Kumar Patel, Last updated: Tue, 30th Nov 2021, 5:03 PM IST
  • वाराणसी के राज्य स्तरीय संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय (SVV) में 52वें रामसिया विवाह महा महोत्सव मंगलवार को सीता विवाह शगुन उठने के साथ शुरू हो रहा है. इसका आयोजन बक्सर के लीला परिकरों द्वारा 9 दिनों तक किया जायेगा. इस मौके पर SVV परिसर 1 से 9 दिसंबर तक जनकपुरी की तर्ज पर नजर आएगा.
वाराणसी स्थित संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में आयोजित हो रहा है सिय-पिय मिलन महोत्सव का 52वाँ रामसिया विवाह कार्यक्रम

वाराणसी. भगवान भोले नाथ की पावन नगरी काशी का संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय (SVV) आगामी 9 दिनों तक 52वें राम-सिया विवाह महोत्सव के आयोजन की वजह से जनकपुरी में तब्दील हो जाएगा. इस महोत्सव का आयोजन श्रद्धालुओं की तरफ सुप्रसिद्ध व पौराणिक लिहाज से विश्व के सबसे प्राचीन शहर बनारस में किया जा रहा है. वाराणसी में राम-सिया विवाह महोत्सव की धूम 1 दिसंबर से 9 दिसंबर तक बनी रहेगी.  मंगलवार को सीता विवाह की शगुन उठने के साथ इस महोत्सव की शुरूआत हो जाएगी.

सिय-पिय मिलन महा महोत्सव का 52वां राम-सिया विवाह कार्यक्रम इस साल अगहन कृष्ण द्वादशी के दिन यानी 1 दिसम्बर से शुरू होकर अगम शुक्ल षष्ठी के दिन यानी 9 दिसंबर को समाप्त हो रही है.

गेट की रेलिंग में धंसा हुआ मिला होजरी कर्मचारी का शव, पुलिस ने की जांच शुरू

बिहार के बक्सर जिले से 52वें राम-सिया विवाह समारोह के आयोजन के लिए श्री रामचरित्र दास महाराज के नेतृत्व में 40 सदस्यीय टीम वाराणसी पहुंच गई है. इस महोत्सव में बतौर मुख्य कथावाचक भागवताचार्य डॉ श्यामसुन्दर पराशर होंगे. आगामी 7 दिनों तक वाराणसी स्थित राज्य स्तरीय संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय परिसर में भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा. नवंबर महिने के आखिरी दिन यानी मंगलवार 30 नवंबर को सीता विवाह शगुन उठने के बाद बुधवार को पौराणिक तौर तरिकों से शिव पार्वती विवाह कार्यक्रम संपन्न कराया जाएगा. इस चरण के पूरे होने के बाद अगली कड़ी में भागवत कथा का वाचन किया जाएगा.

बक्सर से आए श्री संपन्न, श्री नारायणदास जी भक्तमाली (मामाजी) के लीला परिकरों द्वारा आगामी 9 दिनों तक वाराणसी में सिय-पिय मिलन महा महोत्सव का 52वां रामसिया विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में श्री राम चरित्रदास जी महराज (मामा जी के प्रथम शिष्य), श्री सिया दीदी, श्री नरहरि दास जी(लीला ब्यास) समेत कुल 40 सदस्य लीला परिकर में सिरकत कर रहे हैं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें