वाराणसी : मेगा वर्चुअल कारपेट मेले में चीन से किनारा 56 देशों कर रहे भागीदारी

Smart News Team, Last updated: Fri, 29th Jan 2021, 3:24 PM IST
  • पूर्वांचल के भदोही जिले में गुरुवार से मेगा वर्चुअल कारपेट मेला का शुभारंभ हुआ. आगामी 31 जनवरी तक चलने वाले इस मेले में चीन को बाहर का रास्ता दिखाया गया है. वही इस मेले में 56 देशों के 300 व्यापारियों ने हिस्सा लिया है.
मेगा वर्चुअल कारपेट मेला (प्रतीकात्मक तस्वीर)

वाराणसी : मेगा वर्चुअल कारपेट मेले में देशभर के कारपेट जगत से जुड़े 200 व्यापारियों ने अपने कारोबारी स्टाल लगाए हैं जिनमें भदोही मिर्जापुर वाराणसी आगरा के व्यापारियों की 60 फ़ीसदी से अधिक की हिस्सेदारी है उत्तर प्रदेश के योगी सरकार न इस वर्चुअल मेले को विश्व पटल पर और ऊंचा उठाने के लिए 60 फ़ीसदी का हिस्सा स्वयं वहन कर रही है. 

इसके लिए एक निजी कंपनी को इस मेले को प्रमोट करने का टेंडर दिया गया है. इतना ही केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी अपने वीडियो संदेश के जरिए विदेशी व्यापारियों और देश के कारपेट कारोबारियों को अंतर्राष्ट्रीय मंच देने का भरोसा दिला रही है सीईपीसी इंटरनेट मीडिया पर इस मेले का प्रस्तुतीकरण भी दिया जा रहा है. चीन की देश विरोधी गतिविधियों के कारण उसे इस मेले से बाहर रखा गया है. मेगा वर्चुअल कारपेट मेले में चीन की जगह इस बार रूस से अलग हुए 7 नए देशों को जोड़ा गया है. 

वाराणसी : बीएचयू की इनोवेशन टीम का शिक्षा मंत्रालय ने किया चयन

मेगा मेले के पहले दिन कई विदेशी व्यापारियों ने भारतीय व्यापार व्यापारियों से कालीन ओके सैंपल भी मांगे हैं. इस संबंध में कालीन निर्यात संवर्धन परिषद के चेयरमैन सिद्धनाथ सिंह ने बताया कि इस साल के मेले में चीन न्योता नहीं दिया गया है. चीन के बाजार में हर साल तकरीबन 500 करोड़ों रुपए का कारपेट का व्यापार होता है एसबी नुकसान को पूरा करने के लिए रूस से अलग हुए 7 देशों को जोड़ा गया है. अब तक इस मेले में 56 देशों के 300 से अधिक विदेशी व्यापारी पंजीकरण करा चुके हैं.

 

 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें