UP चुनाव से पहले वाराणसी पहुंच बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेंगे अखिलेश यादव

Smart News Team, Last updated: Fri, 2nd Jul 2021, 4:45 PM IST
  • यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधानसभा चुनाव से पहले सावन के पहले सोमवार को वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच कर जलाभिषेक करेंगे. अखिलेश यादव कई वर्षों से यदुवंशियों द्वारा निभाई जा रही सावन के पहले सोमवार को मंदिर में जलाभिषेक करने की परंपरा में शामिल होने जाएंगे. 
वाराणसी पहुंच बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लेंगे अखिलेश यादव (फाइल फोटो)

वाराणसी। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के आने से सभी राजनीतिक पार्टियों हलचल शुरु हो गई है. इसी संबंध में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव सावन के पहले सोमवार के दिन वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच कर जलाभिषेक करेंगे. अखिलेश यादव कई वर्षों से यदुवंशियों द्वारा निभाई जा रही सावन के पहले सोमवार को मंदिर में जलाभिषेक करने की परंपरा में शामिल होने जाएंगे. इसके बाद अखिलेश यादव आगामी विधान सभा चुनावों की रणनीति के संबंध में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी करेंगे.

यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंच कर सावन के पहले सोमवार को जलाभिषेक करेंगे. वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में साल 1950 से लेकर आज तक सावन के पहले सोमवार को यदुवंशियों द्वारा जलाभिषेक करने की परंपरा निभाई जा रही है. जलाभिषेक करने की इस परंपरा को स्व. तेजु सरदार ने शुरू किया था, जिसे अभी तक निभाया जा रहा है. ज्ञात हो कि वाराणसी से आया काशी विश्वनाथ दल का प्रतिनिधिमंडल यूपी के लखनऊ में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिला था.

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मुलाकात के दौरान काशी विश्वनाथ दल के प्रतिनिधिमंडल ने अखिलेश यादव को इस परंपरा से संबंधित जानकारी दी और उन्हें सावन के पहले सोमवार को मंदिर आकर जलाभिषेक करने के लिए आमंत्रित भी किया. उनके आमंत्रण को अखिलेश यादव ने स्वीकार भी किया. बताते चलें कि पिछले साल कोरोना वायरस के दौरान भी इस परंपरा को निभाया गया था. पिछले साल शीतला घाट से जल भरकर लाया गया था और काशी विश्वनाथ दल के अध्यक्ष जंत्रलेश्वर यादव ने जलाभिषेक किया था. इसके लिए उन्होंने प्रशासन से अनुमति भी ली थी. उस दौरान जलाभिषेक करने के लिए एक साथ केवल पांच लोगों को मंदिर के अंदर जाने की अनुमति दी गई थी.

सूत्रों के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अगले साल यानी 2022 में उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनावों को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ रणनीति भी तैयार कर सकते हैं. वह पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक भी करेंगे और चुनावों की तैयारियां करने के लिए मूलमंत्र भी देंगे.

 

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