इलाहाबाद HC ने ज्ञानवापी मस्जिद के ASI सर्वेक्षण की सुनवाई पर लगाई रोक

Ankul Kaushik, Last updated: Thu, 9th Sep 2021, 7:15 PM IST
  • वारणसी के भू भगवान विश्वेश्वर नाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद की जमीन विवाद से जुड़े एक मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुना दिया है. ज्ञानवापी मस्जिद प्रकरण में इलाहबाद हाईकोर्ट ने परिसर के पुरातात्विक सर्वेक्षण की सुनवाई पर रोक लगा दी है.
ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वेक्षण पर इलाहबाद हाईकोर्ट ने लगाई रोक, (फाइल फोटो)

वाराणसी. वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर और ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़े एक मामले पर इलाहबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुना दिया है. इलाहबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में ASI सर्वे पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही इलाहबाद हाईकोर्ट ने ज्ञानवापी मस्जिद के प्रकरण में पुरातात्विक सर्वेक्षण की सुनवाई पर रोक लगा दी है साथ ही इससे संबंधित अन्य सभी कार्रवाई पर भी रोक लगाई गई है. अंजुमन इंतजामिया मस्जिद व यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड की याचिका पर अदालत ने फैसला सुना दिया है. इस मामले को लेकर कोर्ट ने कहा कि ऊपरी अदालत में मामला लंबित होने के बावजूद निचली कोर्ट को आदेश देने का अधिकार नहीं है. क्योंकि 8 अप्रैल को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने काशी विश्वनाथ स्वयंभू के वाद की याचिका पर परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण करने का आदेश एएसआई को दिया था.

वही न्यायमूर्ति प्रकाश पाडिया की खंडपीठ ने कहा कि वाराणसी कोर्ट को इस मामले को आगे नहीं बढ़ना चाहिए था. वहीं याचिकाकर्ता के वकील विष्णु शंकर जैन का कहना है कि इस मामले को लेकर दो हफ्ते बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होगी और तभी हम इस मामले को हाईकोर्ट के सामने रखेंगे. क्योंकि ज्ञानवापी मस्जिद पक्ष मस्जिद परिसर का पुरातात्विक सर्वेक्षण कराने के पक्ष में नहीं है.

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बता दें कि वाराणसी के सीनियर डिवीजन सिविल जज ने एएसआई को सर्वेक्षण का आदेश दिया था. वाराणसी कोर्ट के इस फैसले को लेकर मस्जिद की अंजुमन इंतजामिया कमेटी और यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. इसके साथ ही मस्जिद पक्ष ने अपनी दलील में कहा था कि पूजा स्थल अधिनियम 1991 के तहत 15 अगस्त 1947 के पहले के किसी भी धार्मिक स्थल में कोई भी बदलाव नहीं किया जा सकता. वहीं मस्जिद परिसर का सर्वेक्षण कराने के लिए मंदिर पक्ष ने अपनी दलील में कहा था कि साल 1664 में मुगल शासक औरंगजेब ने मंदिर को तोड़कर ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण कराया था. पुरातात्विक सर्वेक्षण में ही पता चलेगा कि यहां मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई थी.

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