वाराणसी: कोरोना मामलों में तेजी के कारण सभी पुरातात्विक स्मारक 31 मई तक बंद

Smart News Team, Last updated: Thu, 13th May 2021, 1:39 PM IST
  • भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने ताजमहल सहित अपने सभी स्मारकों को 31 मई तक बंद करने का फैसला संस्कृति मंत्रालय की सहमति से किया है. ये जानकारी केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने ट्वीटर के माध्यम से दी है.
वाराणसी: कोरोना मामलों में तेजी के कारण सभी पुरातात्विक स्मारक 31 मई तक बंद

वाराणसी: देश में कोरोना महामारी अपने पीक पर है, और ऐसी स्थिति लगभग देश के सभी हिस्से में कहीं लॉकडाउन तो आंशिक लॉकडाउन है. ऐसी स्थिति में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने ताजमहल सहित अपने सभी स्मारकों को 31 मई तक बंद करने का फैसला संस्कृति मंत्रालय की सहमति से किया है. ये जानकारी केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने ट्वीटर के माध्यम से दी है. बता दें कि इससे पहले 15 अप्रैल को फिर से दूसरी लहर आने पर ताजमहल सहित सभी स्मारक 15 मई तक बंद किए गए थे.

इसी कड़ी में सारनाथ सहित भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से संरक्षित पुरातात्विक स्मारकों को 31 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है. डायरेक्टर मोनोमेंट्स एन के पाठक ने भारतीय पुरातात्विक सर्वेक्षण की ओर से संचालित पुरातात्विक स्मारकों को बंद करने का आदेश 12 मई को दे दिया. इस फैसले भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण विभाग ने तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया.

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अधीक्षण पुरातत्वविद नीरज सिन्हा ने कहा कि डायरेक्टर मोनोमेंट्स के आदेश पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा संचालित पुरातात्विक उत्खनित स्थल परिसर, पुरातात्विक संग्रहालय, चौखंडी स्तूप, लाल खां का रौजा, दशाश्वमेघ घाट स्थित मान मंदिर वेधशाला सहित सभी पुरातात्विक स्मारकों को 31 मई तक के लिए बंद कर दिया गया है.

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उन्होंने बताया कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर वर्ष 2020 में 17 मार्च से 29 सितंबर तक एएसआई द्वारा संचालित पुरातात्विक स्मारकों को बंद कर दिया गया था. लगभग 188 दिन बाद स्थिति सामान्य होने पर पुरातात्विक स्मारकों को पर्यटकों के सुरक्षा के दृष्टिगत चरणबद्ध तरीके से बारी बारी से खोला गया था. बताया कि 31 मई के बाद उच्चाधिकारियों के निर्देश के बाद ही पुरातात्विक स्थलों को खोलने का निर्णय लिया जाएगा.

 

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