स्नातक और स्नातकोत्तर में अंतिम वर्ष के स्टूडेंट्स के लिए खुलेगा BHU का हॉस्टल

Smart News Team, Last updated: Fri, 5th Feb 2021, 7:30 PM IST
  • बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में गत दिनों हुई छात्र अधिष्ठाता चीफ प्रॉक्टर और छात्रावास के कोऑर्डिनेटर के बीच बैठक में हॉस्टल खोलने पर चर्चा हुई थी. विवि प्रशासन ने कोरोना प्रोटोकॉल के मुताबिक 15 फरवरी से हॉस्टल खोलने पर सहमति जताई है.
आईआईटी बीएचयू में स्टार्टअप फंडिंग के लिए 50 लाख रूपये के दिए जाएंगे.(फाइल फोटो)

वाराणसी. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय प्रशासन ने स्नातक व स्नातकोत्तर संकाय के अंतिम वर्ष के छात्रों के लिए हॉस्टल खोले जाने की सहमति दे दी है. फिलहाल हॉस्टल में प्रायोगिक परीक्षा देने वाले अंतिम वर्ष के छात्रों को रहने की अनुमति होगी. पिछले दिनों बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति की दक्षता में छात्र अधिष्ठाता चीफ प्रॉक्टर और छात्रावास के कोऑर्डिनेटर के बीच बैठक हुई थी. इस बैठक में जिन छात्रों को लैब की जरूरत है उन्हें विश्वविद्यालय बुलाए जाने पर जोर दिया गया था तथा उनके लिए हॉस्टल खोले जाने पर चर्चा की गई थी. चर्चा के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने आगामी 15 फरवरी तक हॉस्टल को कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुसार तैयार करने पर सहमति जताई. बैठक में फिलहाल स्नातक और स्नातकोत्तर में अंतिम वर्ष के ऐसे छात्रों को ही बुलाए जाने पर निर्णय लिया गया है जिनको प्रायोगिक परीक्षा के लिए प्रयोगशाला की आवश्यकता है. बीएचयू में विज्ञान और कृषि विज्ञान संस्थान से संबंधित संचालित कई कोर्सों के छात्रों को अब प्रैक्टिकल के लिए प्रयोगशाला की जरूरत है. छात्रों को संक्रमण का खतरा ना हो इसके लिए भी सभी छात्रावास के समन्वयको को 15 छात्रावास पूरी तरह तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं. बैठक में यह भी तय किया गया कि अंतिम साल के छात्रों को दो चरणों में विश्वविद्यालय बुलाया जाए. 

लूट और चोरी के वाहनों का रजिस्ट्रेशन कर कमाए करोड़ों, विजिलेंस टीम ने किया अरेस्ट

पहले चरण में शामिल होने वाले छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा जब समाप्त हो जाएगी उसके बाद ही दूसरे चरण में अवशेष छात्र परीक्षा में शामिल होंगे. बैठक में यह भी सहमति बनी थी स्थिति सामान्य रही तो विश्वविद्यालय में आप लाइन कक्षाएं भी चलाई जा सकती हैं. वही यूजीसी ने भी मार्च माह से विश्वविद्यालय खोलने पर विचार किया है जिसके बाद देशभर के विश्वविद्यालय अपने नियम बनाकर पठन-पाठन को सुचारू रखने की तैयारी कर रहे हैं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें