वाराणसी: काम में करते थे ढिलाई तो BDO ने 7 मनरेगा रोजगार सेवकों को किया बर्खास्त

Smart News Team, Last updated: Sat, 5th Dec 2020, 6:21 PM IST
  • वाराणसी के ब्लाक सभागार में हुए बैठक में बीडीओ धर्मेन्द्र प्रसाद द्विवेदी ने 7 मनरेगा के रोजगार सेवकों को धीमी गति से प्रगति कराने के चलते बर्खास्त कर दिया. साथ ही बैठक में अनुपस्थित रोजगार सेवकों के मानदेय रोकने के निर्देश दिए.
ब्लाक सभागार में बैठक में मौजूद मनरेगा रोजगार सेवक

वाराणसी के सात रोजगार सेवकों को बर्खास्त कर दिया. इन सभी रोजगार सेवकों को हरहुआ ब्लाक के बीडीओ धर्मेन्द्र प्रसाद द्विवेदी ने ग्राम रोजगार सेवक की बैठक में बर्खास्त किया. इन सात रोजगार सेवकों को उनके धीमी प्रगति से काम करने पर निष्कासित किया गया. ये सातों रोजगार सेवक मनरेगा में काम करते थे. इन कर्मचारियों की संविदा को भी समाप्त किया जाएगा.

ब्लाक सभागार में शनिवार को बैठक हुई. जिसमे बीडीओ धर्मेन्द्र प्रसाद द्विवेदी ने अटेसुआ, हरहुआ, दशनीपुर, कोहासी, भौमी, गोसाईपुर एवं काकलपुर के रोजगार सेवकों को उनके खराब प्रगति के कारण निष्कासित करने का नोटिस जारी किया. साथ ही सभी को निष्कासित क्यों नहीं किया जाय ये बरतने के लिए एक सप्ताह का समय भी दिया है.

PVVNL MD का औचक निरीक्षण, बिना वर्दी मिलने पर कर्मचारी जवाब तलब

इस बैठक में एडीओ सहकारिता अवधेश सिंह भी शामिल हुए थे. जिन्होंने ने बताया कि मनरेगा के अंतरगर्त विकास खंड में प्रतिदिन 25 सौ श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने का लक्ष्य रहता है, लेकिन ब्लाक में ये अकड़ा 8 सौ को पार नहीं कर पा रहा है. जिसके चलते ये कार्यत्वही करनी अनिवार्य हो गई थी. इस बैठक में बीडीओ ने अनुपस्थित रोजगार सेवकों की सैलरी को रोकने के आदेश भी दिया. ब्लाक सभागार में हुई इस बैठक में एडीओ अवधेश सिंह, सुरेश सिंह, भगत यादव, संजय कुमार, रेनू कुशवाहा, राजकुमार समेत बड़ी संख्या में रोजगार सेवक उपस्थित थे.

ब्लाक सभागार में बैठक में मौजूद बीडीओ धर्मेन्द्र प्रसाद द्विवेदी और एडीओ सहकारिता अवधेश सिंह

वाराणसी: एनकाउंटर के डर से कांपे बदमाश, बंद किए एक्टिव मोबाइल फोन

क्या करते है मनरेगा रोजगार सेवक

मनरेगा रोजगार सेवक का मुख्य काम मजदूरों को काम दिलाने से लेकर उनका भुकतान कराने की प्रक्रिया की देखरेख करना होता है. ये रोजगार सेवक सभी मनरेगा मजदूरों का जॉब कार्ड बनवाते है साथ ही उसे बाँटने से लेकर उनके काम पर निगरानी भी रखते है. यहीं नहीं ये उनके मास्टर रोल भरने के साथ उनके श्रम का भी भुकतान करने का काम भी देखते है. साथ ही ग्राम पंचायतों के सचिव के के दिशा निर्देश पर अन्य सभी भी काम करते है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें