खेलो बनारस प्रतियोगिता-2021 की तैयारी में बच्चों के साथ शिक्षक भी बहा रहे पसीना

ABHINAV AZAD, Last updated: Thu, 14th Oct 2021, 1:40 PM IST
  • खेलो बनारस-2021 के लिए जनपद के स्कूलों में बच्चों के साथ ही शिक्षक भी जमकर पसीना बहा रहे हैं. इस प्रतियोगिता का मकसद दूर-दराज के गावों के प्रतिभाओं को ढ़ूढ़ना और उनकी प्रतिभाओं को निखारना है.
ककरहिया स्थित विद्यालय में कबड्डी का अभ्यास करती छात्राएं.

वाराणसी. खेलो बनारस-2021 के लिए जनपद के स्कूलों में बच्चे जमकर पसीना बहा रहे हैं. इस दौरान छात्रों की इस मेहनत को शिक्षकों का साथ भी मिल रहा है. दरअसल, खेलो बनारस-2021 के लिए शिक्षक जहां छात्रों के रजिस्ट्रेशन के लिए जी-जान लगा रहे हैं वहीं छात्र भी अपना सौ फीसदी दे रहे हैं. खेलो बनारस-2021 में बेहतर प्रदर्शन के लिए छात्र सुबह से शाम तक पसीना बहा रहे हैं.

बताते चलें कि खेलो बनारस प्रतियोगिता को ग्राम पंचायत स्तर से शुरू कर मंडल और फिर प्रदेश स्तर तक ले जाने का लक्ष्य रखा गया है. दरअसल, खेलो बनारस प्रतियोगिता का मकसद दूर-दराज के गावों में छिपी ऐसी प्रतिभाओं को अवसर देना है जो सही मौके और संसाधन की कमी के कारण आगे नहीं बढ़ पाते हैं. इस प्रतियोगिता का मुख्य उदेश्य ऐसी प्रतिभाओं को ढ़ूढ़ना और उनकी प्रतिभाओं को निखारना है.

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खेलो बनारस प्रतियोगिता 2021 के तहत ककरहिया, सैरागोपालपुर, पिंडरा, हरहुआ समेत स्कूलों में बच्चे छात्र अपने-अपने खेलों के अभ्यास में लगे हुए हैं. इस दौरान खेल शिक्षक भी उन्हें खेल की बारीकियां और रणनीति समझा रहे हैं. साथ ही स्कूल स्तर से लेकर जनपद स्तर तक अधिकारी इसकी निगरानी कर रहे हैं. बताते चलें कि खेलो बनारस-2021 के लिए जनपद के स्कूलों में बच्चे जोर-शोर से तैयारी में जुटे हैं. वहीं बच्चों की इस मुहिम को शिक्षकों का साथ भी मिल रहा है. खेलो बनारस प्रतियोगिता का मकसद दूर-दराज के गावों में छिपी ऐसी प्रतिभाओं को अवसर देना है जो सही मौके और संसाधन की कमी के कारण आगे नहीं बढ़ पाते हैं.

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