संस्कृत व्याकरण ग्रंथ का योगी ने विमोचन किया, संस्कृति संसद नवंबर में, मुख्यमंत्री को न्योता
- सीएम योगी ने वाराणसी सर्किट हाउस में काशी विद्वत परिषद के महामंत्री रामनारायण द्विवेदी द्वारा रचित और संपादित संस्कृत व्याकरण ग्रंथ का विमोचन किया. मौके पर मौजूद रहे अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी सरस्वती ने सीएम को नवंबर में आयोजित हो रहे संस्कृति संसद के लिए वाराणसी आमंत्रित किया.

वाराणसी. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को वाराणसी सर्किट हाउस में श्री काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी द्वारा रचित व संपादित संस्कृत ग्रंथ ‘कतिपय व्याकरण दर्शने सिद्धांत विमर्श:’ पुस्तक का विमोचन किया. इस दौरान उन्होंने विद्वत परिषद के महामंत्री द्विवेदी से संस्कृत भाषा के उन्नयन, उसके शिक्षा और काशी की संस्कृति से जुड़े कई अहम पहलुओ पर चर्चा की. मौके पर मौजूद रहे अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी सरस्वती ने सीएम योगी को नवंबर में आयोजित हो रहे संस्कृति संसद के लिए वाराणसी आमंत्रित किया.
सस्कृत पुस्तक के विमोचन के बाद सीएम योगी ने विद्वत परिषद के महामत्री प्रों. द्विवेदी से काशी की संस्कृति और संस्कृत भाषा के विकास को लेकर चर्चा की. इसके आलावा उन्होंनें पूरे उत्तर प्रदेश में संस्कृत महाविद्यालयों में नियमित शिक्षकों की नियुक्ति, संस्कृत भाषा के उन्नयन और धार्मिक स्थलों के विकास के संबंध में भी बातचीत की. मुख्यमंत्री योगी ने चर्चा के दौरान श्री काशी विद्वत परिषद की सराहना करते हुए कहा कि विद्वत परिषद देश के विद्वानों की सर्वोच्च संस्था है. परिषद का मार्गदर्शन हमेशा सूबे की सरकार के लिए अपेक्षित है. समय-समय पर विद्वत परिषद का मार्गदर्शन मिलते रहने से ही सूबे में धार्मिक स्थलों को धार्मिक दृष्टि, प्राचीन दृष्टि व पौराणिक दृष्टि से समुचित विकास किया जा सकता है. साथ ही सूबे की सरकार द्वारा योजना बद्ध तरिके से संस्कृत भाषा और इसके विकास से संस्कृति का उन्नयन व शास्त्रों का संरक्षण हो सकता है.
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संस्कृत व्याकरण पुस्तक विमोचन व चर्चा के दौरान अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेंद्र आनंद सरस्वती भी मौजूद रहे. उन्होनें वाराणसी में अगले महिने होने वाले संस्कृति संसद के लिए मुख्यमंत्री योगी को आमंत्रित किया है.
जानकारी के लिए बता दें कि विद्वत परिषद के महामंत्री होने साथ-साथ प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी वाराणसी स्थित काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू ) में संस्कृत विद्या धर्म विज्ञान संकाय के व्याकरण विभाग के अध्यक्ष हैं इसके आलावा वह उत्तर प्रदेश नाग कूप शास्त्रार्थ समिति के महासचिव भी हैं.
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