मस्जिद के बाद कांग्रेस कार्यालय को 'गेरुआ' करने पर विवाद, प्रशासन को 36 घंटे का अल्‍टीमेटम

Haimendra Singh, Last updated: Fri, 10th Dec 2021, 12:41 PM IST
  • पीएम मोदी के काशी आगमन से पहले वाराणसी विकास प्राधिकरण ने कांग्रेस कार्यालय के गेरुआ रंग में रंगवा दिया है. इस नाराजगी जताते हुए कांग्रेस ने प्रशासन को 36 घंटे का अल्‍टीमेटम दिया है और कहा है कि पार्टी कार्यालय को पहले जैसे रंग में रंग दिया जाए.
गेरुआ रंग में रंगा काग्रेस कार्यालय.

वाराणसी. काशी में मस्जिद को गेरुआ रंग से रंगने का विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ था, कि वाराणसी में एक और विवाद शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी आगमन से पहले प्रशासन ने कांग्रेस कार्यलय को गेरुआ रंग से रंगवा दिया है जिसपर पार्टी ने नाराजगी जताई है. कांग्रेस ने प्रशासन को 36 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. कुछ दिनों पहले बुलानाला स्थित मस्जिद को गेरुआ रंग से रंगवा दिया गया था, लेकिन विवाद होने के बाद प्रशासन ने फिर से उससे सफेद कर दिया है. बता दें कि 13 दिसंबर को पीएम मोदी काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने के लिए वाराणसी पहुंच रहे है.

यूपी कांग्रेस के उपाध्‍यक्ष अशोक कुमार सिंह ने वाराणसी विकास प्राधिकरण को चिट्ठी लिखकर कहा है कि बिना इजाजत के कैसे कार्यलय को गेरुआ रंग में रंग दिया गया है. प्रशासन के इस कदम पर नारागजी जताते हुए पार्टी ने मैदागिन चौराहे के बगल में कांग्रेस दफ्तर को पहले वाले रंगने की मांग की है. उन्होंने कहा, कि बिना इजाजत के पार्टी कार्यालय को रंगवा देना गैरकानूनी कदम है. पार्टी इस पर चुप नहीं बैठेगी. उन्होंने इसके लिए प्राधिकरण को 36 घंटे का समय दिया है.

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मस्जिद को रंगने पर भी हुआ था विवाद

जानकारी के अनुसार, सोमवार की रात को बुलानाला क्षेत्र में स्थित एक मस्जिद को गेरुआ रंग में रंग दिया गया था. लेकिन मुस्लिम सम्प्रदाय की आपत्ति के बाद प्रशासन ने उसे फिर से सफेद रंग में रंगवा दिया. अब कांग्रेस कार्यालय को गेरुआ रंग में रंगने पर एक नया विवाद हो गया है. बता दें कि 13 दिसंबर को पीएम मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का उद्घाटन करने के लिए काशी आ रहे है. इसी को लेकर प्रशासन शहर की दिवारों के गेरुआ रंग में रंग रहा है.

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