कोरोना संक्रमण इफेक्ट: वाराणसी में 25 हजार बैंक खाते स्ट्रेस लिस्ट में शामिल

Smart News Team, Last updated: Sat, 9th Jan 2021, 7:28 AM IST
  • कोरोना संक्रमण के कारण प्रभावित उद्योग-कारोबार से जुड़े लोगों ने बैंक की किस्त नहीं जमा की है. 25 हजार से ज्यादा बैंक खातों को स्ट्रेस लिस्ट में शामिल किया गया है. मुद्रा लोन से जुड़े बैंक खाते सबसे ज्यादा हैं.
प्रतीकात्मक तस्वीर

वाराणसी. कोरोना संक्रमण के चलते प्रभावित उद्योग-कारोबार से जुड़े लोगों को बैंक की किस्त जमा करने में परेशानी आ रही है. जिले के 25 हजार से ज्यादा बैंक खातों ने बैंकों का स्ट्रेस यानी तनाव बढ़ा दिया है. इन बैंक खातों में विभिन्न योजनाओं के लिए गए लोन की राशि का किस्तवार अदायगी नहीं किया गया है, इसलिए बैंक प्रबंधन ने ऐसे बैंक खातों को 'स्ट्रेस एकाउंट' की सूची में शामिल कर लिया है. मिली जानकारी के अनुसार मुद्रा लोन से जुड़े बैंक खाते सर्वाधिक हैं. वहीं, एमएसएमई और किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) से जुड़े बैंक खाते भी कम नहीं हैं.

बैंकों की तरफ से बैंक खाताधारकों को किस्त जमा करने के लिए नोटिस भेजा रहा हैं. वाराणसी जिले में कुल 22295 एमएसएमई बैंक खाते हैं. इनमें से ढाई हजार बैंक खातों को स्ट्रेस अकाउंट में डाल दिया गया है. मुद्रा लोन से जुड़े कुल बैंक खातों की संख्या 1 लाख 26 हजार 696 है. मुद्रा लोन से जुड़े 13 हजार बैंक खातों को स्ट्रेस श्रेणी की सूची में शामिल किया गया है. जबकि, जिले में 80 हजार किसान क्रेडिट कार्ड से बैंक एकाउंट से है, इनमें 10 हजार खातों को स्ट्रेस लिस्ट में शामिल किया गया है.

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एलडीएम मिथिलेश कुमार ने बताया कि स्ट्रेस बैंक खातों को अभी एनपीए की लिस्ट में शामिल नहीं किया जा रहा हैं. अचनाक ऐसा होने से बैंक खाताधारकों के सिबिल स्कोर पर प्रभाव पड़ेगा. मैं ऐसे बैंक खाताधारकों से अपील करता हूं कि जिन्होंने अभी तक किस्त नहीं जमा की हैं, वे अपने बैंक में जाकर नियमित किस्त जमा करें. 

क्या है स्ट्रेस एकाउंट

30 दिन से लेकर 90 दिन के बीच में पहली किस्त जमा नहीं करने पर बैंक प्रबंधन ऐेसे खातों को स्ट्रेस एकाउंट की लिस्ट में शामिल कर देता हैं.

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