वाराणसी: बीएचयू में एसीएमओ का शव बदलने वाले मामले में जांच का आदेश

Smart News Team, Last updated: Thu, 13th Aug 2020, 3:53 PM IST
  • चिकित्साधीक्षक प्रो. एस के माथुर ने कमेटी गठित कर जांच के दिए निर्देश. जांच में दोषी पाए जाने वालों पर होगी नियमानुसार कार्यवाही.
चिकित्साधीक्षक प्रो. एस के माथुर

वाराणसी। वाराणसी के चिकित्सा विज्ञान संस्थान में दो मृतकों के शवों की अदला बदली का मामला प्रकाश में आया है.

कोरोना से संक्रमित मरीज की मौत के बाद परिजनों को किसी दूसरे का शव सौंप दिया गया. इसकी शिकायत परिजनों ने संस्थान से की. जिसके बाद चिकित्सा अधीक्षक ने जांच टीम गठित कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने का निर्देश दिया.

मिली जानकारी के अनुसार 12 अगस्त की भोर में कोरोना से संक्रमित दो लोगों की मौत हो गई. इसके बाद दोनों के शव को एक ही प्रकार के बॉडी बैग में पैक कर शव गृह में रख दिया गया.

इसके बाद शव लेने आए एक मरीज के परिजन को अन्य मरीज का शव दे दिया गया जबकि दूसरे मृतक के परिजन को पहले मरीज का शव दे दिया गया.

परिजनों को जब इस बात की जानकारी हुई तो उन्होंने संस्थान से इसकी शिकायत की. जिसके बाद संस्थान के अध्यक्ष प्रो. एसके माथुर ने संबंधित प्रकरण को लेकर जांच समिति गठित कर दी. साथ ही जांच के आधार पर संबंधित दोषियों पर नियमानुसार कार्यवाही किए जाने का निर्देश दिया.

उजागर हुई संस्थान की लापरवाही

बता दें कि 12 अगस्त की सुबह इलाज के लिए एक वृद्ध मरीज मृत अवस्था में आईसीयू में लाए गए थे. जिसके बाद अलग-अलग स्थानों पर कोरोना से हुई मौत के बाद उनके शवों को एक साथ इकट्ठा कर बॉडी बैग में पैक कर शव गृह में रख दिया गया था. बॉडी बैग में सही टैगिंग नहीं होने की वजह से यह घटना हुई. इस घटना में संबंधित कर्मचारियों की लापरवाही साफ उजागर हो रही है. यदि ऐसी ही लापरवाही सैंपलिंग और टेस्टिंग में भी होती रही तो कोरोना को हरा पाना मुश्किल होगा. बहरहाल मामला जो भी हो इस घटना से संस्थान के ऊपर प्रश्न चिन्ह लग गया है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें