वाराणसी: नये नियमों के साथ होंगे आज से शुरू देवी दुर्गा और दुर्ग विनायक के दर्शन

Smart News Team, Last updated: Fri, 25th Sep 2020, 12:25 PM IST
इससे पहले दोनों ही मंदिर को कोरोना संक्रमण के कारण 21 मार्च को बंद कर दिया था. महंत पं. ज्ञानेश्वर दुबे ने जानकारी दी है कि आज से प्रात: छह बजे से भक्तों को मंदिर में प्रवेशद्वार को खोला जाएगा. मंदिर को दो सत्रों में खोला दिया है. मंदिर में ही भक्तों का माला,फूल, प्रसाद चढ़ाना वर्जित होगा.
प्रवेश से पहले थर्मल स्केनिंग करते गार्ड

वाराणसी. वाराणसी के दुर्गा कुंड स्थित मां कूष्मांडा और दुर्ग विनायक मंदिर भी भक्तों को लिए आज से खोल दिए गए हैं. खबर मिली है कि शासन के दिशा निर्देशों के चलते भक्तों को मंदिर में दर्शन और पूजन की छूट दी जा रही है. इससे पहले दोनों ही मंदिर को कोरोना संक्रमण के कारण 21 मार्च को बंद कर दिया था. अब इसे फिर से खोला जा रहा है. 

दुर्गा मंदिर परिवार के सदस्यों ने मंदिरों को खोलने का निर्णय गुरुवार शाम को हुई अपनी बैठक में किया था. दुर्ग विनायक मंदिर के महंत पं. ज्ञानेश्वर दुबे ने जानकारी दी है कि  आज से प्रात: छह बजे से भक्तों को मंदिर में प्रवेशद्वार को खोला जाएगा. मंदिर को दो सत्रों में खोला दिया है. सुबह के सत्र में छह बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक और शाम को चार बजे से रात्रि आठ बजे तक भक्त दुर्ग विनायक का दर्शन कर सकेंगे. दोनों ही मंदिर दुर्ग विनायक और दुर्गा मंदिर में ही भक्तों का माला,फूल, प्रसाद चढ़ाना वर्जित होगा. जो भक्त माला-फूल आदि लेकर आते हैं उसको मंदिर के बाहर प्रवेशद्वार पर रखना होगा. बाद में उन्हें सेनेटाइज करके चढ़ा दिया जाएगा.

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भोर की आरती जो साढ़े पांच बजे से शुरु होती है में शामिल होने की छूट केवल मंदिर परिवार के सदस्य ही शामिल होगी. भक्तगण सिर्फ रात्रि भोग आरती में ही शामिल हो सकेंगे. भोर में साढ़े पांच बजे होने वाली आरती में सिर्फ मंदिर परिवार के सदस्य ही शामिल होंगे. इसके बाद दोपहर दो बजे से रात नौ बजे तक मंदिर में प्रवेश कर सकेंगे. भक्तों को प्रवेश के लिए मुख्यद्वार पर जाना होगा और निकासी दक्षिणीद्वार से होगी. 

 

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