हस्तशिल्पों ने की उत्पादों की बिक्री को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार करने की मांग

Smart News Team, Last updated: Sun, 24th Jan 2021, 9:28 PM IST
  • काशी में चल रही वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के तहत प्रदर्शनी को स्थानीय लोगों ने काफी सराहा है. शनिवार को सीडीओ संग जिला अधिकारी व मंडलायुक्त ने अवलोकन किया. इस मौके पर स्टॉल लगाई हस्त शिल्पकारों ने जी आई प्रोडक्ट की ऑनलाइन बिक्री को प्लेटफॉर्म तैयार करने की मांग रखी.
हस्तशिल्पों ने की उत्पादों की बिक्री को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार करने की मांग (फाइल तस्वीर)

वाराणसी : वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के तहत आयोजित एसबीआई प्रदर्शनी में कन्नौज फिरोजाबाद वाराणसी के अलावा पूर्वांचल क्षेत्र के जनपदों के प्रसिद्ध उत्पादों को प्रदर्शित किया गया था. प्रदर्शनी में लगाए गए उत्पादों को स्थानीय लोगों ने जमकर सराहा और उनकी बढ़-चढ़कर खरीदारी की. शनिवार तक जनपदों की ओर से लगाए गए स्टालों के सभी उत्पादों की लोगों ने खरीदारी कर ली थी. 

शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी वाराणसी मधुसूदन हुल्गी के साथ मंडला आयुक्त दीपक अग्रवाल और जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया. प्रदर्शनी में लगाए गए स्टालों पर रखे उत्पादों को देखकर उक्त सभी अधिकारियों के मुख से बरबस वाह निकल पड़ा. इस बीच हस्तशिल्पकारों और उत्पादकों ने उक्त आला अधिकारियों से जी आई उत्पादों की ऑनलाइन बिक्री के लिए प्लेटफॉर्म तैयार करने की मांग रखी. 

कोरोना काल में युवक ने नौकरी गंवाई,अब प्रधानमंत्री की योजना से कर रहा अच्छी कमाई

हस्तशिल्पकारों और उत्पादकों की जय जवान पर मंडलायुक्त ने विचार करने का आश्वासन दिया. रविवार यानी 24 जनवरी को होने वाले इस प्रदर्शनी के समापन के मौके पर प्रदर्शनी के सफलता को देखते हुए फिक्की ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि यूपीआई उत्पाद की प्रदर्शनी को स्थाई तौर पर लगाया जाए. 

इससे जीआई टैग पाने वाले उत्पादों का प्रचार प्रसार होगा. ज्वाइंट कमिश्नर इंडस्ट्रीज उमेश सिंह ने बताया कि प्रदर्शनी में जिस तरह से लोगों की भीड़ उंगली है इससे जी आई उत्पाद की गुणवत्ता के प्रति लोगों के अटूट विश्वास की पुष्टि हो रही है. डिप्टी कमिश्नर इंडस्ट्रीज वीरेंद्र कुमार ने बताया कि प्रदर्शनी के आयोजन से हस्तशिल्प हो और उत्पादकों को प्रोत्साहन मिला है.

दिल्ली के पार्सल बुकिंग पर रेलवे ने लगाई रोक, गणतंत्र दिवस पर सुरक्षा का हवाला

 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें