वाराणसी : पूर्वांचल में 50 फ़ीसदी से कम है मानव शरीर में हार्ड इम्यूनिटी
- पूर्वांचल के जिलों के लोगों में कराए गए शोध से पता चला है कि यहां के मानव शरीर में 50 फ़ीसदी से कम हार्ड इम्यूनिटी है. शोध में गाजीपुर जिले के लोगों के शरीर में सर्वाधिक 48 फ़ीसदी एंटीबॉडी प्राप्त हुई.
वाराणसी. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के प्राणी विज्ञान विभाग के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे के निर्देशन में गत सितंबर 2020 से मानव शरीर में हार्ड इम्यूनिटी को लेकर शोध कार्य शुरू किया गया. इस शोध टीम में शामिल प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे के अलावा बीएचयू आईएमएस के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर विजय नाथ मिश्रा, डॉ अभिषेक पाठक, एनाटॉमी विभाग के प्रोफेसर रोयाना सिंह के साथ ही देश के विभिन्न विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक की ओर से पूर्वांचल के वाराणसी जिले शहर जौनपुर गाजीपुर मिर्जापुर गोरखपुर लखनऊ झांसी जनपदों में जाकर लोगों के सीरो सैंपल लिए गए. इसके अलावा शोध टीम ने अहमदाबाद बड़ौदा सागर सिंगरौली कोलकाता रायपुर बैंगलोर में रहने वालों के भी सैंपल लिए.
इस शोध टीम के प्रमुख प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे ने बताया कि शोध कार्य पूरा होने के बाद अब यह एक जनरल में प्रकाशित भी हुआ है. उन्होंने बताया कि यूपी समय देश के कोने कोने से कुल 2301 लोगों की सीरो सेंपलिंग कराई गई. इन सैंपलों की जांच में 703 लोगों के शरीर में कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर में एंटीबॉडी की जानकारी मिली.
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उन्होंने बताया कि पूर्वांचल जिलों में वाराणसी के मुकाबले जौनपुर जिले के लोगों की हार्ड इम्यूनिटी अधिक पाई गई. उन्होंने बताया कि वाराणसी के लोगों में 41 फ़ीसदी जौनपुर के लोगों में 40 से 45 फ़ीसदी जबकि गाजीपुर जिले के रहने वाले लोगों के शरीर में 48 फ़ीसदी एंटीबॉडी प्राप्त हुई. उन्होंने बताया कि मिर्जापुर में 30 पीस दी लखनऊ में 37 पीस दी गोरखपुर में 39 फ़ीसदी मानव शरीर में एन तिवारी पाई गई है.
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