IIT BHU की बड़ी खोज, बनाया निकल फ्री सर्जिकल ग्रेड स्टेनलेस स्टील, जानें खासियत
- बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) ने बड़ी खोज की है. मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ जीएस महोबिया और उनकी टीम ने निकल रहित सर्जिकल ग्रेड स्टेनलेस स्टील बनाया है.
बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय (BHU) की मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग विभाग के डॉ जीएस महोबिया और उनकी प्रोजेक्ट टीम को प्रोजेक्ट में कामयाबी मिली है. टीम ने अंग प्रत्यारोपण (organ transplant) में काम आने वाली निकल रहित सर्जिकल ग्रेड स्टेनलेस स्टील की खोज की है. यह स्टील शरीर में अंग प्रत्यारोपण में उपयोग होने वाली टाइटेनियम, कोबाल्ट-क्रोमियम और निकल युक्त स्टेनलेस स्टील से सस्ता और मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद सुरक्षित है. ये निकल रहित सर्जिकल ग्रेड स्टेनलेस स्टील अंग प्रत्यारोपण में कारगर साबित हो सकती है.
इस नए आविष्कार में मिली सफलता के बाद लोग उन्हें इस बात के लिए बधाई दे रहे हैं. निकल आधारित सर्जिकल ग्रेड स्टेनलेस स्टील हड्डी जोड़ने और उसे सहायता करती है. लेकिन बाजार में काफी महंगा मिलता है. अंग प्रत्यारोपण में इस्तेमाल किए जाने वाले निकल आधारित स्टेनलेस स्टील ज्यादा वजन के होते हैं. जिससे जंग लगने की संभावना होती है. ऐसे में ये नई खोज इन सब परेशानियों से निताज दिला सकता है.
25 हजार इनामी शोएब गिरफ्तार, मुख्तार अंसारी एंबुलेंस पेशी मामले में था शामिल
निकल रहित स्टेनलेस स्टील के फायदे
निकल आधारित धातु से नई धातु प्रति किलोग्राम 100 रुपये सस्ती है. उसके मुकाबले ये काफी हल्का है. नई धातु का उपयोग पेसमेकर और वॉल्व आदि के लिए किया जा सकता है. नई धातु की ताकत निकल युक्त धातु से दोगुनी है. नई धातु का थकान रोधी गुण बहुत अच्छा है. यह शरीर के अंदर नहीं चिपकेगी.अंदर जंग नहीं लगेगा. सबसे अहम बात ये भी है कि नई धातु में निकल न होने की वजह से फेफड़े, दिल और किडनी से जुड़ी बीमारी का खतरा नहीं होगा.
अन्य खबरें
इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर प्रतिबंध जारी, DGCA ने 31 जुलाई तक बढ़ाई पाबंदी
वाराणसी सर्राफा बाजार में 01 जुलाई को सोना चांदी के भाव में बम्पर गिरावट
सावधान: ग्राहक बनकर बाजारों में घूम रहे उचक्के, दुकान वालों को बनाते हैं शिकार
प्राइवेट हुए वाराणसी मंडल के 14 रेलवे स्टेशन के पूछताछ काउंटर, जानें डिटेल्स