वाराणसी: काशी के कोतवाल पांच महीने बाद देंगे दर्शन, कोरोना की शर्ते भी होंगी साथ
- दर्शन के दौरान श्रद्धालुओं को करना होगा सरकार की गाइडलाइंस का पालन

वाराणसी। लॉकडाउन के चलते जहां पिछले 5 माह से श्रद्धालुओं ने अपने आराध्य देव सहित देवी देवताओं के दर्शन से वंचित थे। अब उनकी मनोकामना जल्द ही पूरी होगी। आज से श्रद्धालु काशी के कोतवाल के दर्शन कर सकेंगे।
141 दिन बाद शुक्रवार को मंदिर का कपाट खोला जाएगा जहां श्रद्धालु अपने आराध्य देव बाबा काल भैरव के दर्शन कर सकेंगे। 22 मार्च को कोरोना महामारी के चलते बाबा काल भैरव मंदिर का पट बंद कर दिया गया था। मंदिर प्रशासन ने शुक्रवार को इसे खोलने का फैसला किया है।
इस दौरान दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को सरकार द्वारा जारी की गई सभी गाइडलाइन का पालन करना होगा। मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही श्रद्धालुओं को फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना होगा।
अभी गर्भगृह में भक्तों के प्रवेश पर पूर्ण पाबंदी रहेगी। गर्भगृह के दर्शन फिलहाल अभी तक श्रद्धालु नहीं कर सकेंगे। काल भैरव सेवा समिति के अध्यक्ष पंडित काशीनाथ दुबे ने बताया कि समिति व जिलाधिकारी के बीच हुई बैठक के बाद बाबा काल भैरव मंदिर के कपाट खोलने का निर्णय लिया गया है।
श्रद्धालुओं के लिए 7 अगस्त से सुबह 5 बजे से रात 10 बजे तक मंदिर के कपाट खुले रहेंगे।
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