जान का दुश्मन बन गया चाइनीज मांझा तब भी नहीं सुधर रहे लोग, खुलेआम बिक्री

Smart News Team, Last updated: Sat, 24th Oct 2020, 9:27 PM IST
  • वाराणसी में चाइनीज मांझा से कई हादसे हुए हैं. शनिवार को एक बाइक सवार को मंझे में फंसने से गंभीर चोटें आईं. इन हादसों के बाद वाराणसी में धड़ल्ले से चाइनीज मांझा बेचा जा रहा है.
वाराणसी में चाइनीज मांझे से कई हादसे हो चुके हैं. प्रतीकात्मक तस्वीर

वाराणसी. वाराणसी में चाइनीज मांझा लोगों के लिए दुश्मन बन गया है. शनिवार सुबह एक बाइक सवार मांझा में फंसकर गिर गया. गंभीर चोट आने से उसे अस्पताल में भर्ती किया. कुछ दिन पहले मंझे में फंसकर एक बच्ची की जान भी चली गई थी. इसके बावजूद लोग धड़ल्ले से चाइनीज मंझे को बेच रहे हैं.

वाराणसी में शनिवार को मंडुवाडीह निवासी अभिषेक किसी काम से महमूरगंज गया हुआ था. वहां से वापस लौटते समय आरओबी के पास में अचानक उसका गला चाइनीज मंझे में फंस गया. बाइक तेज होने की वजह से मंझा फंसने से वो बाइक से गिर गया और उसे गंभीर चोटें आईं. आसपास के लोगों की मदद से उसे अस्पताल ले जाया गया. इलाज के बाद वो अपने घर चला गया.

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वाराणसी में चाइनीस मांझे से दुर्घटना का ये पहला मामला नहीं है. 29 अगस्त को नदेसर निवासी संदीप अपनी सात साल की बेटी कृतिका को पांडेयपुर से दवा दिलाकर आरओबी से घर लौट रहे थे. फ्लाईओवर पर उनकी बेटी के गले में मांझा फंस गया. बेटी के चिल्लाने पर उन्होंने मंझे को पकड़ा तो उनकी उंगलियां भी कट गईं. बच्ची को अस्पताल ले जाया गया, देर रात उसकी मौत हो गई. 

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इसी तरह कोचिंग चलाने वाले औसनगंज निवासी आशुतोष शास्त्री को भी हाथों में चाइनीज मंझे से चोटें आईं. इन हादसों के बावजूद वाराणसी में चाइनीज मांझा धड़ल्ले से बेचा जा रहा है. प्रशासन ने इस पर सख्ती दिखाई लेकिन उसका कुछ असर नहीं दिखाई दे रहा है. कुछ जगहों पर चोरी-छिपे मांझा बेचा जा रहा है तो कई जगहों पर खुलेआम खरीद-फरोख्त हो रही है.

 

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