वाराणसी से चार घंटो में पहुंच सकेंगे लखनऊ, नौकरीपेशा लोगों को मिलेगी राहत

Smart News Team, Last updated: Wed, 20th Jan 2021, 3:33 PM IST
  • लखनऊ से वाराणसी तक ट्रेन से जाने वाले के लिए सफर की अवधि को चार या साढ़े चार घंटे करने की तैयारी चल रही है, इसके लिए सुल्तानपुर रूट पर ट्रैक की क्षमता बढ़ाई जा रही है, इसे नए सत्र में 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर चलने के लिए तैयार किया जाएगा.
भारतीय रेल. ( फाइल फोटो )

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के लखनऊ से वाराणसी तक ट्रेन से जाने वाले के लिए सफर की अवधि को चार या साढ़े चार घंटे करने की तैयारी चल रही है, इसके लिए सुल्तानपुर रूट पर ट्रैक की क्षमता बढ़ाई जा रही है, इसे नए सत्र में 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पर चलने के लिए तैयार किया जाएगा. फिर उस ट्रैक पर ट्रेनें 110 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से चलेगी. इससे लखनऊ तक का सफर चार घंटो का हो जाएगा.इस सुविधा से नौकरीपेशा लोगों को बहुत सुविधा मिलेगी.तेजस की तर्ज पर वाराणसी से लखनऊ के लिए वातानुकूलित ट्रेन चलाने की भी तैयारी है.

रेल के ज़रिए वाराणसी से लखनऊ की दूरी 285 किमी है. अभी लखनऊ पहुंचने में लगभग 6 घंटों का समय लगता है. जबकि दिल्ली तक सफर वंदेभारत, शिवगंगा ट्रेनों के जरिए आठ से 10 घंटे में पूरा हो रहा है.हवाई यात्रा से भी पहुंच आसान है। तब लखनऊ की यात्रा में छह से आठ घंटे लग रहे हैं. पूर्वांचल से रोज़ कई लोग लखनऊ आते जाते रहते हैं, उनमें से नौकरी पेशा लोगों की संख्या बहुत ज़्यादा है.इसी बात को ध्यान में रखते हुए सुल्तानपुर ट्रैक की क्षमता बढ़ाई जा रही है.

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लखनऊ के डीआरएम संजय त्रिपाठी ने कहा कि अगले सत्र में सुल्तानपुर रूट से वाराणसी-लखनऊ तक के ट्रैक की गति क्षमता बढ़ा दी जाएगी. तब वाराणसी से लखनऊ चार से साढ़े चार घंटे में पहुंचा जा सकेगा.

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वाराणसी से लखनऊ के बीच अभी पैसेंजर ट्रेन चलती है. जो छह से सात घंटे का समय लेती है. सुल्तानपुर ट्रैक की गति क्षमता बढ़ाने के बाद इस रूट पर वातानुकूलित मेमू चलाने का रास्ता खुलेगा. वह औसतन 80 किमी प्रति घंटा की गति से चलेगी.

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