वाराणसी के श्मशान घाटों पर लंबी लाइनें, गंगा किनारे बना अस्थाई शवदाह स्थल, विरोध

Smart News Team, Last updated: Thu, 22nd Apr 2021, 9:22 AM IST
  • वाराणसी के बड़े श्मशान घाटों पर दबाव को कम करने के लिए नगर निगम ने गंगा किनारे एक और अस्थायी शवदाह स्थल बनाने का फैसला किया था. बुधवार को नए शवदाह स्थल पर 14 शवों का दाह संस्कार किया जिसके बाद स्थानीय लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया.
वाराणसी में गंगा किनारे बनाया अस्थाई शवदाह स्थल.

वाराणसी. कोरोना काल में हो रही मौतों के कारण महाश्मशान मणिकर्णिका और हरिशचंद्र घाटों पर लंबी कतारे लगी हैं. श्मशान पर बढ़ते दबाव को देखते हुए नगर निगम के आदेश पर गंगा किनारे एक और अस्थायी शवदाह स्थल शुरू किया गया है. इस नए शवदाह स्थल में बुधवार दोपहर तक 14 शवों का अंतिम संस्कार किया गया जिसके कारण आसपास के इलाके में धुंआ भर गया. स्थानीय लोगों ने परेशान होकर विरोध करना शुरू कर दिया. लोगों का कहना है कि यहां कोरोना संक्रमितों का शवदाह किया जा रहा है जिसके कारण इलाके में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. कोरोना मरीजों के पीपीई किट और मास्क संस्कार के बाद वहीं फेंक दिए जाते हैं जो हानिकारक हैं.

स्थानीय लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि शवदाह स्थल बस्ती से दूर बनाने की बात कही गई थी लेकिन इसे ऐसी जगह पर बना दिया गया है जहां बड़ी संख्या में लोगों के मकान बने हुए हैं. जिला प्रशासन ने अस्थायी शवदाह स्थल बनाने का फैसला किया था. इसके लिए तय हुआ था कि सामने घाट और राजघाट के बाद नए शवदाह स्थल बनाए जाएंगे. 

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जिला प्रशासन के निर्देश के बाद बुधवार को सामने घाट के पास मलहिया मदेरवा और रमना के बीच शवदाह शुरू करा दिया गया. अंत्येष्टि से उठने वाले धुएं को देखकर लोगों में आक्रोश भर गया और उन्होनें विरोध करना शुरू कर दिया. 

स्थानीय लोगों का कहना है कि शवदाह स्थल सामनेघाट के इलाके में बनाने का निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को मिला था. सामनेघाट में शवदाह बनवाने की जगह इसे मलहिया में बनवा दिया गया. बस्ती पास होने के कारण शवदाह से उठने वाले धुएं से संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ गया है.  

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लोगों ने बुधवार को जमकर हंगामा किया जिसकी सूचना मिलने पर लंका इंस्पेक्टर को लोगों ने जिलाधिकारी के नाम का ज्ञापन दिया. जिसमें मांग की गई कि बस्ती से दो से पांच सौ मीटर की दूरी पर झाड़ी वाले स्थान पर शवदाह स्थल बनाया जाए.

वहीं नगर आयुक्त गौंराग राठी का कहना है कि दाह संस्कार के बाद इलाके के लोगों को किसी तरह की परेशानी नहीं हो इसके लिए साफ-सफाई और सैनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था की गई है. 

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