वाराणसी डीरेका में फिर शुरू होगा कर्मचारियों का ईलाज, 27 अक्टूबर से महिला OPD

वाराणसी के डीरेका के केंद्रीय अस्पातल में अब पूरी तरह से कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार बंद कर दिया गया है. कोविड-19 के मरीजों के उपचार बंद होने के बाद अब डीरेका के कर्मचारी और उनके परिजनों के लिए अस्पताल को दोबारा खोला जाएगा. अस्पताल को बंद करने से पहले पुरे परिसर को सेनेटाइज किया गया. इस अस्पताल में 27 अक्टूबर से बाकि लोगो के लिए सेवाए शुरू की जाएगी. जिसमे सर्जरी और महिलाओं के लिए ओपीडी की शुरुआत होगी.
वाराणसी: रसोई गैस के लिए मोबाइल नंबर अपडेट अनिवार्य, जानें कैसे करें रजिस्टर्ड
27 अक्टूबर से डीरेका का अस्पताल खुलने जा रहा है इसकी जानकारी केंद्रीय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दी. उन्होंने बताया कि आम लोगो के लिए दोबारा खुलने जा रहे अस्पताल में शुरूआती दौर में केवल जरुरी सर्जरी ही जाएगी. इसके साथ ही केवल महिलाओं के लिए ओपीडी की शुरुआत की जाएगी. बाकि के मरीज गोलघर स्थित अस्पताल में पहले की तरह अपना इलाज करवाते रहेंगे.
जान का दुश्मन बन गया चाइनीज मांझा तब भी नहीं सुधर रहे लोग, खुलेआम बिक्री
आपको बता दे कि केंद्रीय अस्पताल को कोरोना महामारी के चलते इसे कोविड-19 का अस्पताल बना दिया गया था. जिसके चलते डीरेका के कर्मचारी अपने परिचानो का इस अस्पताल में इलाज नहीं करवा पा रहे थे. उनको उपचार के लिए गोलघर के पास के प्राथमिक अस्पताल में जाना पड़ता था. जिससे उनको काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ता था. वैसे डीरेका के केंद्रीय अस्पताल में तीन नवम्बर से गंभीर मरीजों का उपचार शुरू कर दिया जाएगा. साथ ही आपातकालीन चिकत्सा सेवाएं भी शुरू कर दी जाएगी. शुरूआती दिनों में सिर्फ गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जाएगा.
हमारा लक्ष्य आपका स्वास्थ्य, सुरक्षा के साथ: हेरिटेज हॉस्पिटल, वाराणसी
वाराणसी: मंडलीय अस्पताल से 6 दलाल गिरफ्तार, इलाज के नाम पर मरीजों करते थे वसूली
अन्य खबरें
वाराणसी: रसोई गैस के लिए मोबाइल नंबर अपडेट अनिवार्य, जानें कैसे करें रजिस्टर्ड
जान का दुश्मन बन गया चाइनीज मांझा तब भी नहीं सुधर रहे लोग, खुलेआम बिक्री
वाराणसी: मंडलीय अस्पताल से 6 दलाल गिरफ्तार, इलाज के नाम पर मरीजों करते थे वसूली
वृद्ध व्यक्ति की जमीन हड़पने में लगे जालसाज, पुलिस ने शुरू की जांच