रविदास जयंती की तैयारियों पर कोविड-19 संक्रमण का ग्रहण

Smart News Team, Last updated: Thu, 18th Feb 2021, 12:37 PM IST
  • इस बार की श्री गुरु रविदास जयंती की तैयारियों पर कोरोना वायरस ग्रहण बनकर उभर रहा है. कोविड-19 के संक्रमण के कारण पंजाब प्रांत में रद्द ट्रेनों ने जयंती महोत्सव में शामिल होने वाले सेवादारों के समक्ष मुसीबत खड़ी कर रही है.
श्री गुरु रविदास (फाइल तस्वीर)

वाराणसी : आगामी 27 फरवरी को श्री गुरु रविदास जयंती का पर्व है. काशी में इस पर्व को उनके अनुयाई बड़े धूमधाम से मनाते चले आ रहे हैं. इस पर्व पर उत्तर प्रदेश के ही नहीं बल्कि मध्य प्रदेश पंजाब हरियाणा दिल्ली बिहार झारखंड आदि प्रांतों के बड़ी संख्या में सेवादार काशी आकर इस पर्व को मनाते हैं. लेकिन इस बार संत रविदास जयंती पर्व महोत्सव को मनाने में कोविड-19 का संक्रमण आड़े आ रहा है. इसका प्रमुख कारण कोरोना वायरस के कारण ट्रेनों का रद्द होने के चलते सेवादारों का समय से ना पहुंचना है. 

बता दें कि पंजाब प्रांत से काशी के लिए सामान्य दिनों में तकरीबन 8 से 10 ट्रेन में संचालित हुआ करती थी लेकिन कोविड-19 के संक्रमण के कारण मौजूदा समय में केवल तीन ट्रेन ही चल रही है. एक ट्रेन को छोड़कर बाकी सभी ट्रेनें सप्ताह में 2 दिन ही संचालित की जा रही हैं. जिसके चलते यहां आने वाली संगत और सेवादारों को काशी आने में दिक्कत के साथ देरी भी हो रही है. श्री गुरु रविदास जयंती में विभिन्न राज्यों से आने वाले सेवादार ज्यादातर उम्र दराज सीनियर सिटीजन वर्ग के हैं. को रोना काल में सबसे अधिक दिक्कत इन्हीं सेवादारों को है.कोविड-19 के संक्रमण के कारण ट्रेनों में इनके हिस्से का सीनियर सिटीजन कोटा भी समाप्त कर दिया गया है. जिससे जो स्पेशल गाड़ियां रेल प्रशासन संचालित कर रहा है उनमें किराया भी अधिक है. 

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श्री गुरु रविदास मंदिर के मैनेजर निर्मल सिंह बताते हैं कि पहले जालंधर से बनारस के स्लीपर में सफर करने का 1080 रुपए लगता था अब कोरोना काल में 1680 रुपए लग रहे हैं. जबकि एसी थर्ड का किराया 1300 से 19 सौ रुपए कर दिया गया है जो सेवादारों की जेब पर भारी पड़ रहा है. मंदिर के ट्रस्टी के एल सरोए बताते हैं कि ट्रेन की समस्या के कारण सेवादारों को आने में देरी हो रही है. हालांकि जिला प्रशासन की तरफ से साफ सफाई और सीवर के अलावा सड़क मरम्मत के कार्य शुरू कर दिए गए हैं. 

साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन भी तैयारियों में जुट गया है. उन्होंने बताया कि समय से सेवादारों के ना आने से जयंती महोत्सव आयोजन को लेकर की जाने वाली तैयारियों की प्रगति भी धीमी है. उन्होंने बताया कि ट्रेनों के कम चलने के कारण पंजाब प्रांत के सेवादार वैकल्पिक व्यवस्था के तहत आगामी 20 फरवरी तक काशी पहुंच सकेंगे. उसके बाद ही महोत्सव के आयोजन की तैयारियों में तेजी आएगी.

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