वाराणसी: विद्यालय पर आरटीई कानून के उल्लंघन का आरोप, बच्चे धरने पर बैठे

Smart News Team, Last updated: Thu, 5th Nov 2020, 6:11 PM IST
  • शिक्षा का अधिकार के लिए बच्चे, परिजनों के साथ मिलकर धरने पर बैठ गये. परिजनों  के द्वारा स्कूल प्रबंधन पर अनदेखी का आरोप लगाया है.  इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह के हस्तक्षेप के बाद प्रधानाचार्या ने सभी बच्चों के प्रवेश का आश्वासन दिया है जिसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया हैं.
विद्यालय के बाहर बच्चे के साथ परिजन धरने पर बैठे हुए

वाराणसी के चोलापुर थानांतर्गत साईं गांव स्थित एक विद्यालय में गुरुवार की सुबह निःशुल्क शिक्षा का अधिकार कानून के लिए गरीब बच्चों के परिजन और भाजपा नेता धरने पर बैठ गये. परिजनों ने विद्यालय पर बेसिक शिक्षा विभाग के आदेशों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है. विद्यालय पर आरटीई के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए समाज सेवी के साथ बच्चे भी धरना पर बैठ गयें. बाद में विद्यालय प्रबंधन के आश्वाशन के बाद धरना समाप्त किया गया.

 

वाराणसी के हरहुआ विकासखंड के गांव साईं में लोकहित किरण स्टडी सेंटर नामक विद्यालय है. जिसमें निःशुल्क शिक्षा का कानून के तहत 9 गरीब बच्चों को निःशुल्क शिक्षा पर चयनित किया गया है।. लेकिन चयन के बावजूद विद्यालय द्वारा बच्चों को प्रवेश नही दिया गया. इससे नाराज क्षेत्र के भाजपा युवा मोर्चा के जिला मिडिया प्रभारी प्रिंन्स चौबे के नेतृत्व में सभी बच्चों समेत उनके परिजन गुरुवार सुबह 8 बजे विद्यालय के गेट के बाहर धरने पर बैठ गए. भाजपा नेता और छोटे छोटे बच्चों को कड़ी धूप में धरने की सूचना मिलते ही प्रशासन हरकत में आ गई.

 

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सूचना पाकर मौके पर पहुँचे हल्का प्रभारी कमल भूषण राय और अनुराग मिश्रा ने सभी को समझाने का प्रयास किया लेकिन परिजन प्रवेश की मांग पर अड़े रहे. धरने की सूचना मिलने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने वार्ता कर विद्यालय को सभी चयनित बच्चों का प्रवेश तत्काल लेने का निर्देश दिया. जिसके बाद विद्यालय की प्रधानाचार्या माधुरी पाण्डेय ने परिजनों ने प्रिंन्स चौबे से बात कर सभी बच्चों के प्रवेश का आश्वासन दिया. जिसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया.

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प्रिंन्स चौबे ने बताया कि कुछ महीने पहले निःशुल्क शिक्षा अधिकार के तहत 9 बच्चों का इस विद्यालय में चयन हुआ था इसके बावजूद भी बच्चों को प्रवेश न दिया जा रहा था. इस सम्बंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी व सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा नोटिस भेजने के बावजूद भी जब विद्यालय पर कोई असर नहीं हुआ तब बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए हमें यह कदम उठाना पड़ा. फिलहाल बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह के हस्तक्षेप के बाद प्रधानाचार्या ने सभी बच्चों के प्रवेश का आश्वासन दिया है। जिसके बाद धरना समाप्त किया गया है.

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