वाराणसी स्मार्ट सिटी योजना: दो साल से पहले ही टूटा 3 करोड़ की लागत से बना पाथवे

Smart News Team, Last updated: Sun, 27th Sep 2020, 5:35 PM IST
साल 2018-19 में स्मार्ट सिटी योजना के तहत 10.5 किलोमीटर लंबा पाथवे बनाया गया. पाथवे के टूटने के बाद नगर निगम ने 81 करोड़ की लागत से बनने वाले और प्रोजेक्ट को भी बंद कर दिया है. इस पाथवे को बनाए जाने की मांग व्यापारियों ने राज्यमंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी व एमएलसी अशोक धवन से की थी.
मैदागिन से नीचीबाग का टूटा हुआ पाथवे 

वाराणसी.स्मार्ट सिटी योजना के तहत तीन करोड़ की लागत से मैदागिन से नीचीबाग पाथवे के लगभग सभी हिस्से टूट चुके हैं.इसे लेकर शहर विकास मंत्रालय को लेकर शिकायत की गई है जिसके बाद शहरी विकास सचिव दुर्गशंकर मिश्र ने मार्च में निरक्षण किया था. इस पाथवे के टूटने के बाद नगर निगम ने 81 करोड़ की लागत से बनने वाले और प्रोजेक्ट को भी बंद कर दिया है. इसको लेकर स्थानीय लोग पहले भी विरोध करते रहे हैं.साल 2018-19 में स्मार्ट सिटी योजना के तहत 10.5 किलोमीटर लंबा पाथवे बनाया गया. 

काशी कागज व्यवसायी संघ के अध्यक्ष गौरीशंकर नेवर ने बताया कि पाथवे का विरोध हम शुरू से ही कर रहे थे क्योंकि इसकी कोई उपयोगिता नहीं थी. पहले ढलाई करके नाली बनाई गई थी और सफाई को लेकर भी काफी समस्या आ रही थी. हमारे सवाल उठने के बाद भी करोड़ों रुपये पानी में बहा दिए गए. इस प्रोजेक्ट के तहत मैदागिन से बांसफाटक तक जल निकासी के लिए छोटे नाले का निर्माण भी किया गया था. लेकिन सफाई न होने कारण स्थानीय लोग तोड़ने की मांग कर रहे हैं. इससे पहले मैदागिन से लहुराबीर और लहुरबीर से पिपलानी कटरा के बीच पाथवे बनाया था जिसका स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने इस निर्माण का विरोध किया था.

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इस पाथवे को बनाए जाने की मांग व्यापारियों ने राज्यमंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी व एमएलसी अशोक धवन से की थी. उसी मांग के चलते पिछले साल अगस्त में पाथवे का निर्माण शुरू हुआ. लेकिन किसी समस्या के चलते व्यापारियों ने विरोध किया था जिसके चलते कुछ हफ्ते काम बंद रहा. नगर निगम के अधिकारियों ने पाथवे के डिजाइन में बदलाव और मैदागिन से गोदौलिया के बीच 15 से अधिक स्थानों पर दो पहिया वाहनों की पार्किंग बनाने की बात कही थी. इसके बाद बुलानाला से नीचीबाग तक पाथवे बनाया गया. लेकिन डिजाइन को लेकर फिर विरोध शुरू हो गया.उसके बाद से कमिश्नर दीपक अग्रवाल के आदेश पर पाथवे का निर्माण रोक दिया गया.

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