मैनहोल में फंसा सफाईकर्मी, NDRF से नहीं निकला, अब विशेषज्ञ मजदूर बुलाए गए
- वाराणसी के लहुराबीर चौराहे पर सीवर मैनहोल की सफाई के दौरान बड़ा हादसा हो गया. मैनहोल साफ करने उतरा सफाईकर्मी सीवर में फंस गया जिसे एनडीआरएफ टीम नहीं निकाल सकी तो विशेषज्ञ मजदूरों को बुलाया गया है.
वाराणसी. वाराणसी के लहुराबीर चौक पर एक मैनहोल में सफाई कर्मचारी फंस गया है जिसे निकालने के लिए एनडीआरएफ की टीम पहुंची लेकिन पहले प्रयास में नाकाम रही. बताया जा रहा है कि सफाई कर्मचारी अंदर पत्थर में फंसा है जिससे टीम के लोग उसे खींच नहीं पा रहे हैं. अब मजदूर को निकालने के लिए विशेषज्ञ मजदूरों को बुलाया गया है जिन्हें इस तरह के सीवर में काम करने का अनुभव है.
सीवर सफाई के दौरान कई हादसों के बाद भी नगर निगम प्रशासन सबक सीखने को तैयार नहीं है. सफाईकर्मियों से बिना सुरक्षा उपकरण नंगे बदन सीवर की सफाई कराई जाती है. सोमवार को सीवर में फंसे सफाईकर्मी के साथ भी यही हुआ. बंगाल का रहने वाला 20 साल का नवाब सीवर साफ करने मैनहोल में उतरा था लेकिन डूब गया.
घटना की जानकारी जिला प्रशासन को दी गई तो सबसे पहले दमकल टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. उनसे सफाईकर्मी के नहीं निकलने पर एनडीआरएफ टीम को बुलाया गया लेकिन वो भी पहले प्रयास में नवाब को नहीं निकाल सके. सफाईकर्मी नवाब की हालत क्या है, इसका पता नहीं चल पा रहा है. जिला प्रशासन ने अब शाही नाले के विशेषज्ञ सफाईकर्मियों को बुलाया है जो नवाब को निकालने को कोशिश करेंगे.
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एनडीआरएफ की टीम पहले प्रयास में नाकाम
एनडीआरएफ की टीम ऑक्सीजन समेत सभी जरूरी सामान लेकर मौके पर पहुंची. इस दौरान टीम ने नवाब को निकालने की कोशिश की लेकिन नवाब का पैर एक पत्थर में फंसे होने और नाले का बहाव बहुत तेज होने के कारण वो उसे निकाल नहीं सकी. टीम ने अब शाही नाले के विशेषज्ञ कर्मचारियों को बुलाया है जो नवाब को नाले से निकालने की कोशिश करेंगे.
रस्सी कमजोर होने के चलते हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार नवाब जिस रस्सी को लपेटकर नाले के अंदर उतरा था वो नवाब के अंदर उतरते ही टूट गई जिसकी वजह से ये हादसा हुआ. ठेकेदार अन्य कोई सुरक्षा उपकरण लेकर नहीं पहुंचा था जिसकी वजह से नवाब की जान खतरे में पड़ गई है.
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मौके पर नहीं मिले सुरक्षा उपकरण
मौके पर किसी तरह का सुरक्षा उपकरण नहीं मिला है. नियम अनुसार ऐसे काम में रेनकोट, जूते, कमर में बेल्ट, ग्लव्स और सुरक्षा रस्सी की व्यवस्था होनी चाहिए. साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर का इंतजाम होना चाहिए क्योंकि सीवर में जहरीली गैस से दम घुटने का भी खतरा रहता है. घटनास्थल पर किसी भी तरह का कोई सुरक्षा उपकरण देखने को नहीं मिला.
कुछ पैसों के लिए लोगों की जान डाल रहे खतरें में
सीवर लाइन की मैनुअल सफाई की वजह से कई लोग हर साल अपनी जान गंवा रहे हैं. सफाई कर्मचारियों से बिना उपकरण सीवर सफाई कराने पर रोक है लेकिन ठेकेदार कुछ पैसा बचाने के लिए अधिकारियों की जानकारी के बिना या मिलीभगत से सीवर सफाई के नाम पर लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं.
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