हरिद्वार और वाराणसी की आरती का संगम बना मोक्षदायिनी का तट

Smart News Team, Last updated: Thu, 24th Sep 2020, 5:45 PM IST
  • भव्य गंगा आरती के इस अलौकिक संगम की छठा पाकर भक्त मदहोश हैं. सुबह व शाम आरती को देखने के लिए गंगा भक्तों की भीड़ मोक्षदायिनी के घाट पर उमड़ने लगी है.
वाराणसी

वाराणसी: हरिद्वार और बनारस की हर हर गंगे आरती की चमक और गूंज अब जिले के राजघाट कस्बे के मोक्षदायिनी के किनारे पर देखने और सुनने को मिलने लगी है. अपने कुछ कारोबारी दोस्तों के साथ मिलकर राजघाट कस्बे के एक भक्त ने ऐसा कर मोक्षदायिनी माँ गंगा के भक्तों की राह आसान बना दी है.

हर माह एक लाख तक खर्च कर राजघाट पर होने वाली आरती की भव्यता और अलौकिकता का नजारा देखते ही बनता है. बनारस में होने वाली गंगा की आरती और हरिद्वार की हर की पौड़ी का दिव्य रूप का मजा भक्त अब यहीं ले रहे हैं.

यह शुरुआत राजघाट कस्बे में पैदा हुए एल एम शर्मा व उनके कारोबारी दोस्तों के सहयोग से हुई. उन्होंने इसके लिए एक श्री भागीरथी सेवा ट्रस्ट बनाया और माँ गंगा की आरती में समर्पित कर दिया. आरती हेतु प्रज्ज्वलित होने वाले शानदार दीपों को अमेरिका से मंगवाया गया जिसके लिए जनरेटर का भी इंतजाम है.

आरती के लिए विशेष तौर पर बनारस से तीन पंडित बुलाये गए. यह ट्रस्ट माँ गंगा की सफाई पर भी ध्यान दे रहा है. भव्य गंगा आरती के इस अलौकिक संगम की छठा पाकर भक्त मदहोश हैं. सुबह व शाम आरती को देखने के लिए गंगा भक्तों की भीड़ मोक्षदायिनी के घाट पर उमड़ने लगी है.

 

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